हरिद्वार समाचार- कनखल स्थित भैरव मंदिर के परमाध्यक्ष महंत कौशलपुरी महाराज ने कहा कि भैरव बाबा की कृपा से सभी मनोरथ पूरे होते हैं। जो व्यक्ति सच्चे मन से भैरव बाबा की शरण में आ जाता है। उसके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। परिवार में सुखसमृद्धि का वास होता है। भैरव अष्टमी के अवसर पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए महंत कौशलपुरी महाराज ने कहा कि सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होने वाले भैरव बाबा भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। भगवान भैरव भय का हरण जगत का भरण करने वाले हैं। भैरव शब्द में ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों देवों की शक्ति समाहित है। जिनके नाम उच्चारण से ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव के पांचवे अवतार भगवान भैरव की आराधना से व्यक्ति में साहस का संचार होता है। सभी तरह के भय से मुक्ति मिलती है। म.म.स्वामी कपिलमुनि महाराज ने कहा कि भैरव बाबा की उपासना कल्पवृक्ष के समान सहस्त्रगुणा फलदायी है। एक मात्र भगवान भैरव की आराधना से ही शनि का प्रकोप शांत होता है। काल भैरव की उपासना से दैहिक, दैविक व मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। काल भैरव अत्यन्त कृपालु एवं भक्त वत्सल हैं। जो अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए तुरंत प्रकट हो जाते हैं। इनके दरबार में की गयी कोई भी प्रार्थना व्यर्थ नहीं जाती है। भगवान भैरव शिव स्वरूप होने के कारण शिव की तरह ही शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। सच्चे मन से भगवान भैरव की आराधना करने से परिवार में सुख शांति, समृद्धि के साथ स्वास्थ्य रक्षा होती है। भैरव बाबा की कृपा से भक्त की सभी समस्याओं का स्वतः ही निदान हो जाता है और कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। इस दौरान महंत देवानंद सरस्वती, स्वामी धीरेंद्र पुरी, स्वामी महेश पुरी, स्वामी आलोक गिरी, महंत तूफान गिरी, महंत प्रेमदास आदि संतजन मौजूद रहे।

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