अहमदाबाद/देहरादून, 06 मार्च 2025
उत्तराखंड के उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं में उद्यमिता कौशल विकसित करने में ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ अहम भूमिका निभा रही है। छात्रों की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने व उन्हें उद्यम से जोड़ने के लिये शीघ्र ही देवभूमि उद्यमिता विकास संस्थान की स्थापना की जायेगी। राज्य में नवाचार, शोध और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये गुजरात और उत्तराखंड के बीच स्टूडेंट व टीचर्स एक्सचेंज प्रोगाम संचालित किया जायेंगा।
यह बात सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अहमदाबाद में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान द्वारा आयोजित इंप्रेसारिओ स्टार्ट-अप समिट-2025 में बतौर मुख्य अतिथि कही। डॉ. रावत ने कहा कि उत्तराखंड में उच्च शिक्षा विभाग और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद (ईडीआईआई) के संयुक्त प्रयासों से देवभूमि उद्यमिता योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के युवाओं ने उद्यमिता कौशल के गुर सीखकर देश के लिये एक मॉडल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में छात्र-छात्राओं ने 700 से ज्यादा प्रोडक्ट बनाकर उन्हें बाजार में उतारा है, जो छात्र उद्यमिता के क्षेत्र में प्रदेश के लिये बड़ी उपलब्धि है। डॉ. रावत ने कहा कि राज्य में उद्यमिता, नवाचार, शोध कार्य और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिये शीघ्र ही देवभूमि उद्यमिता विकास संस्थान की स्थापना की जायेगी, जिसमें ईडीआईआई अहमदाबाद का सहयोग लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के माध्यम से युवाओं को उद्यम और आध्यात्मिकता से जोड़कर विकास का नया मॉडल तैयार किया जायेगा, जो विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक साबित होगा। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में नवाचार, शोध और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना के अनुरूप गुजरात और उत्तराखंड के बीच स्टूडेंट व टीचर्स एक्सचेंज प्रोगाम संचालित किया जायेंगा। इसके लिये शीघ्र ही ठोस रोड़मैप तैयार किया जायेगा।
कार्यक्रम में प्रदेश के उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार ने कहा कि बिजनेस आइडिया को विश्वास, कौशल और जूनून के साथ ही उद्यमिता में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि समस्याएं विचार, समाधान और स्टार्टअप के लिये अवसर प्रदान करती है। इसलिये युवाओं को घबराना नहीं चाहिये। वहीं अहमदाबाद के सुरेन्द्रनगर से विधायक और उद्यमी प्रकाश बरमोरा ने कहा कि आइडिया छोटा या बड़ा नहीं होता, बल्कि इसमें विश्वास करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि विकास के सामाजिक उत्तरदायित्व और मूल्य भी आवश्यक है। इस अवसर पर भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने कहा कि उद्यमिता के इकोसिस्टम विकास के लिये ईडीआईआई हमेशा तैयार है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार के सहयोग और देवभूमि उद्यमिता संस्थान की स्थापना किये जाने की घोषणा पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. रावत का आभार जताया।
इससे पहले उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने ईडीआईआई कैम्पस में 50 स्टार्ट अप इकाईयों की प्रदर्शनी का उद्धघाटन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी में एक-एक स्टार्टअप का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत मेंटर्ड और विकसित पांच स्टार्ट-अप द्वारा प्रतिभाग किया गया।
इस अवसर पर संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा उत्तराखंड सत्य प्रकाश सिंह, सहायक निदेशक एवं नोडल देवभूमि उद्यमिता योजना डॉ. दीपक पाण्डेय, डॉ. राजेश उपाध्याय, डॉ. मुकेश पाण्डेय उपस्थित रहे। इसके अलावा उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा विभाग गुजरात के निदेशक दिनेश गुराव, ज्वादंट कमिश्नर उद्योग आर.डी. बरहट, ईडीआईआई के डॉ. अमित द्विवेदी, डॉ. सत्या आचार्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
*बॉक्स-01*
*अहमदाबाद में कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने किया अस्पतालों व स्कूलों का भ्रमण*
सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने अहमदाबाद प्रवास के दौरान आज गांधीनगर में विभिन्न अस्पतलों व शिक्षण संस्थानों का भ्रमण किया। डॉ. रावत ने गांधीनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अडालज का भ्रमण कर वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में आईसीयू, इमरजेंसी वार्ड, औषधि केन्द्र का निरीक्षण कर विभिन्न स्वास्थ्य प्रणालियों का अवलोकन किया। इसके अलावा उन्होंने चिकित्सकों व मेडिकल स्टॉफ से मिलकर स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके उपरांत डॉ. रावत गुजरात आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने कॉलेज के शिक्षकों व छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर शिक्षा, शोध और नवाचार को लेकर चर्चा की।