हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व के अवसर पर आज हरिद्वार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुँचे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच घाटों पर सफाई व्यवस्था बनाए रखना नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है।
सबसे प्रमुख घाटों में रोड़ी बेल वाला घाट और हर की पैड़ी क्षेत्र शामिल हैं, जिनके अंतर्गत ओम घाट, बिरला घाट, अलकनंदा घाट और विष्णु घाट आते हैं। नगर निगम द्वारा इन सभी घाटों पर सफाई व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए नगर आयुक्त (IAS) श्री नंदन कुमार के निर्देशन में बीती रात से ही विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
नगर निगम की ओर से सफाई व्यवस्था का नोडल अधिकारी मुख्य स्वच्छता निरीक्षक (Chief Sanitary Inspector) अर्जुन सिंह को बनाया गया है। वहीं, अपर रोड तथा हर की पैड़ी क्षेत्र की जिम्मेदारी स्वच्छता निरीक्षक (Sanitary Inspector) धीरेंद्र सेमवाल को सौंपी गई है।
दोनों अधिकारियों द्वारा लगातार डटे रहकर सफाई कार्य किया जा रहा है, जो इतने विशाल जनसमूह के बीच एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस बार नगर निगम टीम द्वारा ग्रीन गार्बेज बैग्स का प्रयोग करते हुए कूड़ा एकत्र कराया जा रहा है, क्योंकि अत्यधिक भीड़ के कारण कूड़ा उठाने वाले वाहन घाटों तक नहीं पहुँच पा रहे हैं।
नगर निगम की आवारा पशु पकड़ने की टीम भी बीती रात से ही घाट क्षेत्रों में तैनात है, ताकि स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
साथ ही, दोनों निरीक्षकों द्वारा घाटों पर गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध मौके पर ही चालान भी काटे जा रहे हैं। निगम की टीम सफाई के साथ-साथ श्रद्धालुओं से भी अपील कर रही है कि गंगा तटों की स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें।
> नगर आयुक्त (IAS) श्री नंदन कुमार ने बताया — “कार्तिक पूर्णिमा जैसे अवसर पर श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के बावजूद नगर निगम की टीमें पूरी तत्परता से सफाई कार्य में जुटी हैं। हमारा प्रयास है कि श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ, सुरक्षित और शांत वातावरण मिले।”
> मुख्य स्वच्छता निरीक्षक अर्जुन सिंह ने कहा — “हमारी टीम लगातार घाटों पर सफाई कार्य में जुटी है। भीड़ बहुत अधिक है, लेकिन सफाई व्यवस्था में कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है।”
> वहीं निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल ने कहा — “हर की पैड़ी क्षेत्र में सफाई, सुरक्षा और सुचारु आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए पूरी टीम लगातार सक्रिय है।”
हरिद्वार नगर निगम का यह समन्वित प्रयास आस्था और स्वच्छता दोनों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
