हरिद्वार, बैरागी कैंप। हरिद्वार की पुण्य भूमि पर गंगा तट के निकट स्थित बड़े हनुमान मंदिर, बैरागी कैंप में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की श्रृंखला में एक भव्य “हरित योग कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। प्रकृति की गोद में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में योग, गौ माता और पर्यावरण संरक्षण का त्रिवेणी संगम देखने को मिला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में संत प्रभाकर मंजूनाथ महाराज की उपस्थिति ने आयोजन को आध्यात्मिक गरिमा प्रदान की।
🧘♂️ “योग से जीवन में चेतना आती है”
योग सत्र का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके उपरांत कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास योग सहायक निधि भट्ट के निर्देशन में कराया गया। योग सत्र का संचालन डॉ. दीक्षा शर्मा एवं डॉ. बोधराज सेमवाल के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
प्रमुख अतिथि प्रभाकर मंजूनाथ महाराज ने अपने संदेश में कहा –
”योग केवल आसनों तक सीमित नहीं, बल्कि यह जीवन की सम्पूर्ण साधना है। जब हम योग करते हैं तो हम स्वयं से जुड़ते हैं, प्रकृति से जुड़ते हैं और गोमाता के संरक्षण जैसे कार्यों के माध्यम से अपने समाज की जड़ों से जुड़ते हैं। पंचगव्य जैसे तत्व हमें आयुर्वेद और गौ आधारित जीवन शैली की ओर प्रेरित करते हैं।”
🌱 “हर घर, हर हृदय में योग और हर आंगन में वृक्ष होना चाहिए”
डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने कहा –
”योग मानसिक, शारीरिक और सामाजिक स्वास्थ्य का आधार है। हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए, इस प्रकार के आयोजन से प्रेरणा लेकर अपनी दिनचर्या में योग को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए। योग से सजग नागरिक बनते हैं, और सजग नागरिक ही हरित और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करते हैं।”
🌳 वृक्षारोपण से मिला पर्यावरण प्रेम का संदेश
कार्यक्रम के अंत में हरित योग को मूर्त रूप देते हुए सभी उपस्थित अतिथियों, चिकित्सकों और योग साधकों ने मिलकर फलदार पौधों का वृक्षारोपण किया। यह संदेश दिया गया कि जैसे योग आत्मा को ऊर्जा देता है, वैसे ही वृक्ष पृथ्वी को जीवन देते हैं।
कार्यक्रम में डॉ. घनेन्द्र वशिष्ठ (नोडल अधिकारी – IDY 2025), डॉ. नवीन दास, डॉ. अश्वनी कौशिक, डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, डॉ. विक्रम रावत, डॉ. विकास दुबे, डॉ. बिजेंद्र कुशवाहा, के.के. तिवारी, राजेन्द्र मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे और आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया।
साथ ही अलका, योगेन्द्र, अरविन्द डंगवाल, रविन्द्र पोखरियाल, सुनील रावत, अंकुर त्यागी ने आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। समापन पर सभी प्रतिभागियों को सात्विक जलपान भी कराया गया।
👉 जिला नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय आयुष मिशन एवं मीडिया प्रभारी डॉ अवनीश उपाध्याय ने बताया यह आयोजन न केवल योग दिवस का हिस्सा था, बल्कि यह जीवन को योग, प्रकृति और संस्कृति से जोड़ने वाली प्रेरणादायक पहल भी बना। उन्होंने आगे बताया कि गंगा दशहरा के पावन पर्व पर आने वाली भीड़ की वजह से जिला प्रशासन के निर्देश पर अमरापुर घाट पर 5 जून को होने वाले हरित योग कार्यक्रम को अभी के लिए स्थापित कर दिया गया है।
