हरिद्वार समाचार– धर्मनगरी हरिद्वार के संत समाज ने सरकार से लाॅकडाउन अवधि के बिजली, पानी के बिल माफ करने की मांग की है। संत समाज का कहना है कि लाॅकडाउन के बाद से ही गंगा स्नान व अन्य धार्मिक कार्यो के लिए हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी गिरावट आयी है। जिसके चलते श्रद्धालु भक्तों से मिलने वाले दान की राशि में भी कमी आयी है। जिससे आश्रमों की व्यवस्था चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में सरकार को लाॅकडाउन अवधि के बिजली पानी के बिल माफ कर आश्रमों, मठ, मंदिरों को राहत प्रदान करनी चाहिए। खड़खड़ी स्थित निर्धन निकेतन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि आश्रमों की पूरी व्यवस्था श्रद्धालु भक्तों से मिलने वाले दान पर चलती है। लाॅकडाउन होने के बाद से ही श्रद्धालु हरिद्वार नहीं आ रहे हैं। कोरोना संबंधी निर्देशों के चलते चारधाम यात्रा भी ठीक से संचालित नहीं हो पायी। उसके बाद हुए स्नान पर्वो के संबंध में सरकार की ओर से जारी निर्देशों के चलते पर्याप्त संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार नहीं आ पाए। आश्रमों के लिए प्रतिदिन का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है। अब कुंभ महापर्व की अवधि को जिस प्रकार सीमित किया जा रहा है। उससे हालात सुधरने की कोई उम्मीद नहीं रह गयी है। ऐसे में बिजली, पानी के भारी भरकम बिल चुकाना आश्रमों के लिए कठिन हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने लाॅकडाउन के अवधि के बिजली, पानी के बिल माफ कर जनता को भारी राहत दी है। लेकिन उत्तराखण्ड सरकार किसी प्रकार की राहत नहीं दे रही है। उत्तराखण्ड सरकार ने जिस प्रकार होटलों को बिजली बिलों पर सरचार्ज में छूट दी है। उसी तर्ज पर आश्रमों, मठ, मंदिरों को भी राहत प्रदान की जाए। चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज ने कहा कि आश्रम, अखाड़ों ने लाॅकडाउन को सफल बनाने में पूरा योगदान दिया। लाॅकडाउन अवधि के दौरान आश्रमों की ओर से जरूरतमंदों की पूरी मदद की गयी। प्रतिदिन भोजन वितरण सहित जरूरतमंदों की आवश्यकताओं को पूरा करने में सरकार का सहयोग किया। अब सरकार का दायित्व है कि लाॅकडाउन अवधि के बिजली, पानी के बिल माफ कर कठिन आर्थिक हालात का सामना कर रहे आश्रमो, मठ, मंदिरों व आम जन को राहत प्रदान करे। स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि संत समाज लंबे समय से बिजली, पानी के बिलों में छूट दिए जाने की मांग कर रहा है। सरकार को तत्काल निर्णय लेते हुए बिल माफ कर संत समाज, आश्रम, अखाड़ों, मठ मंदिरों को राहत प्रदान करनी चाहिए। संत जगजीत सिंह, महंत मोहन सिंह, स्वामी नित्यानन्द, स्वामी निरंजन महाराज, महंत राजेंद्रदास, महंत प्रह्लाद दास आदि संतों ने भी सरकार से बिजली, पानी के बिल माफ करने की मांग की है।

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