हरिद्वार समाचार– बुधवार को निकलने वाली निंरजनी व आनन्द अखाड़े की पेशवाई को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी है। एसएमजेएन कालेज में बनायी गयी अखाड़े की अस्थाई छावनी में निवास कर रहे अखाड़ों के रमता पंच व नागा संयासी बुधवार को पेशवाई के रूप में निंरजनी अखाड़ा स्थित छावनी में प्रवेश करेंगे। पेशवाई के संबंध में जानकारी देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने बताया कि पेशवाई एसएमजेएन कालेज से शंकर आश्रम, सिंहद्वार, कनखल चैक, शंकराचार्य चैक, तुलसी चैक व शिवमूर्ति होते हुए निरंजनी अखाड़े में प्रवेश करेगी। उन्होंने बताया कि भव्य रूप से निकलने वाली अखाड़े की पेशवाई के लिए नासिक से विशेष बैण्ड मंगाया गया है। पेशवाई में शामिल ऊंट व हाथी आकर्षण का केंद्र रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने सभी नगरवासियों से पेशवाई देखने की अपील करते हुए कहा कि कुंभ के दौरान निकलने वाली पेशवाई विश्व दर्शनीय होती है। जो सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ ऐतिहासिक रूप से भव्य व दिव्य स्वरूप में संपन्न होगा। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने बताया कि भव्य रूप से निकलने वाली पेशवाई में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, योग गुरू बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, जयराम पीठाधीश्वर ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, मेला अधिकारी दीपक रावत, जिला अधिकारी सी.रविशंकर, कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल सहित अखाड़े के सभी संत व नागा सन्यासी सम्मिलित होंगे। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि पेशवाई की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बैण्ड बाजों, हाथी, घोड़े, ऊंट पालकी आदि से सुसज्जित पेशवाई सनातन धर्म की छठा प्रस्तुत करेगी। पेशवाई में उत्तराखण्ड की संस्कृति की झलक भी श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगी। इसके लिए गढ़वाल व कुमांऊ मण्डल से कलाकार बुलाए गए हैं। हैलीकाॅप्टर से पेशवाई पर पुष्पवर्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पेशवाई के लिए नासिक से बुलाया गया बैण्ड पहली बार हरिद्वार में प्रस्तुति देगा। चांदी की पालकी में विराजमान अखाड़े के आचार्य महाण्डलेश्वर व श्रीमहतं पेशवाई की अगुवाई करेंगे। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने बताया कि पेशवाई के लिए प्रयागराज से साजो सामान मंगाया गया है। पेशवाई की तैयारियां जोरो शोरों से की जा रही है। संत महापुरूषों के दिव्य दर्शनों का लाभ धर्मनगरी के श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा।