कल्जीखाल। उत्तराखण्ड सरकार की नई महत्वाकांक्षी देवभूमि उद्यमिता योजना’ के अन्तर्गत राजकीय महाविद्यालय कल्जीखाल पौड़ी गढ़वाल में विद्यार्थियों को उद्यमिता के बारे में जागरूक कर उनमें उद्यमिता का विकास किया जाएगा। राज्य सरकार भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के साथ मिलकर राज्य के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में उद्यमिता विकास के मार्ग तलाश रही है। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. कंुज बिहारी श्रीवास्तव ने कहा कि छात्रों में छिपे कौशल ही उनके विकास एवं इस क्षेत्र के विकास के माध्यम बनेंगे। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद में 5 से 10 नवम्बर तक चलाए गए फैकल्टी मेंटर डवलपमेंट प्रोग्राम में प्रतिभाग लेने वाले डॉ. बबलू कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान उत्तराखण्ड के स्थानीय लोगों, युवाओं और विद्यार्थियांे में प्रतिभा व कौशल की खोज करने के तरीकों की जानकारी दी गयी। स्वरोजगार शुरू करने के लिए आवश्यक गुणांे के बारे में बताया। डॉ. बबलू कुमार ने बताया कि राज्य सरकार भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के साथ मिलकर प्रदेश के युवाओं को उद्यमिता के प्रति जागरूक करने का कार्य करेगी। भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद की एक टीम दून देहरादून में केन्द्र के माध्यम से राज्य सरकार के उद्देश्यों को पूरा करने में मदद करेगी। प्रशिक्षण के दौरान राज्य के 22 प्रोफेसरों ने उद्यमिता की बारीकियों को जाना। इस अवसर पर महाविद्यालय के अन्य शिक्षकों डॉ. राजेश कुमार, डॉ. नीलम, डॉ. निशा चौहान, डॉ. नीति शर्मा और डॉ. मनीषा रावत ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि उद्यमिता विकास से इस क्षेत्र के विकास में डॉ. बबलू कुमार का यह प्रशिक्षण मील का पत्थर साबित होगा।
बूट कैंप का होगा आयोजन
राजकीय महाविद्यालय में जल्द ही बूट कैंप आयोजित होगा जिसमें विद्यार्थियों और स्थानीय युवाओं व लोगों में उद्यमिता के प्रति जागरूकता पैदा की जाएगी और उद्यमिता विकसित करने की जानकारी दी जाएगी। ताकि विद्यार्थी व अन्य स्थानीय युवा उद्यमिता की ओर आकर्षित हो सके।