लालढांग, हरिद्वार – दिनांक 22 मई 2025
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के तत्वावधान में आदर्श युवा समिति, हरिद्वार द्वारा संचालित जनजाति विकास निधि परियोजना के अंतर्गत लालढांग क्षेत्र के रसुलपुर मिठी बेरी में एक वृहद स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लेकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया और स्वच्छता संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
इस शिविर की विशेष बात यह रही कि हंस फाउंडेशन के सहयोग से नेत्र जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई, जिससे कई ग्रामीणों की आंखों की बीमारियों की पहचान और आवश्यक परामर्श संभव हो पाया। और 8 लोगों को मोतियाबिंद की पुष्टि के पश्चात उनको आपरेशन हेतू हंस आई हास्पिटल रेफर किया गया जहां सभी प्रकार की आवश्यक चिकित्सीय सेवाएं जांच, आपरेशन , दवाएं तथा देखभाल पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।
विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसाइटी के डाॅक्टरों की टीम द्वारा शिविर में सामान्य बीमारियों जैसे सर्दी-जुकाम उच्च रक्तचाप, मधुमेह, सामान्य बुखार और संक्रमण, त्वचा रोग, पेट संबंधी समस्याएं जोड़ों का दर्द, आदि की जांच की गई तथा प्राथमिक दवाएं वितरित की गई। साथ ही दातों से सम्बन्धित समस्याओं की भी जांच की गई और जरूरत मंदों को उचित परामर्श एवं उपचार उपलब्ध कराया गया।
इसके अतिरिक्त शिविर में स्वच्छता और व्यक्तिगत साफ-सफाई को लेकर विशेषज्ञों द्वारा समुदाय को जागरूक किया गया, जिसमें हाथ धोने की विधि, स्वच्छ पेयजल का महत्व, और घरेलू स्वच्छता पर विशेष जोर दिया गया।
आयोजक संस्था के सचिव श्री दलमीर सिंह ने कार्यक्रम के दौरान कहा-
“स्वास्थ्य और स्वच्छता, विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में, एक बड़ी चुनौती है। हमारा प्रयास है कि हम इन दूरस्थ समुदायों को जागरूक बनाएं और उन्हें आवश्यक सेवाएं सुलभ कराएं। हम नाबार्ड, हंस फाउंडेशन और विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसाइटी के आभारी हैं, जिनके सहयोग से यह आयोजन संभव हो पाया।”
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम प्रधान कमलेश द्विवेदी का विशेष योगदान रहा उन्होनें लोगों को शिविर का लाभ उठाने का आवहन किया।
इस अवसर पर आयोजक संस्था से परियोजना समन्वयक विपिन सिंह, पवन सैनी, रंजन कुमार, सौरभ रिखरा, ज्योति, रेखारानी, सुनिता, सीमा, मानस व स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों, और सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी रही। समिति ने यह भी बताया कि भविष्य में और भी ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा ताकि समुदाय को लगातार स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया जा सके।
