हरिद्वार- बु्रक इन्डिया देहरादून के तत्वाधान में अश्वमित्र सम्मेलन का आयोजन हरिद्वार में किया गया।
इस सम्मेलन मेे उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर से आए अश्वमित्र,समूह की महिलाआ,समिति पदाधिकारयिों ं तथा बु्रक इन्डिया के कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रतिभाग किया गया। विशेषकर उत्तराखण्ड में कार्यक्रम जनपद देहरादून, उत्तरकाशी, उधमसिंह नगर, व पिथौरागढ में कार्यक्रम का संचालन हो रहा है। कार्यक्रम का शुभारम्भ बू्रक इन्डिया के क्षेत्रिय प्रमुख डाॅ सौरभ सिंह जी के द्वारा किया गया, उनके द्वारा अश्वमित्र सम्मेलन पर प्रकाश डाला गया, कार्यक्रम में प्रतिभागियों के द्वारा किए गए कार्यो जैसें अश्वों की बीमारी साज सज्जा,सन्तुलित आहार,प्राथमिक उपचार किट, समूह, समिति के द्वारा हो रहे विभिन्न आयजनित गतिविधियों जैसे दोना पत्तल बनाना, सुम खुदनी,अचार,बैग बनाना,मिटटी के बर्तन बनाना आदि के बारे मे स्टाॅल के माध्यम से विस्तारपूर्वक प्रस्तुतीकरण किया गया।
डाॅ वीनू भदौरिया जी के द्वारा अश्वों के सन्तुलित आहार के बारे मे जानकारी दी गई।
इसके उपरान्त उप श्रम आयुक्त हरिद्वार उत्तराखण्ड श्री उमेश चन्द्र राय के द्वारा श्रम विभाग के द्वारा चल रही योजनाओ के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई तथा सम्बन्धित योजनाओ के बारे मे बताया गया है। एन0आर0एल0एम0 विभाग से जिला मिशन प्रबन्धक,सहायक परियोजना निदेशक के द्वारा समूहो के लिंकेज,आर0एफ0, सी0आई0एफ0, पंचसूत्र, समूह प्रबन्धन व समूहो में आजीविका के साधनो मे कैसे वृद्वि की जाए उसके बारें मे बताया गया। इसके बाद आए हुए प्र्रतिभागियों को सहभागी ग्रामीण आंकलन प्रकिया के द्वारा अश्वो मे होने वाले जख्म व उनका प्रभाव, सपनो का गाॅव, व समूहो, समितियों मे बिजनेस को और कैसे बढाया जाए उस पर पी0आ0ए0 टूल के माध्यम से जानकारी क्षमतावर्धन किया गया। समूहो के द्वारा लगाए गए स्टाॅलो से लोगो ने हस्तनिर्मित सामानांे की खरीददारी की और सभी की भूरि भूरि प्रशंसा भी की।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ नीरज सिंघल जी ने पशुपालन विभाग उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा चल रही विभिन्न योजनाओं के बारे जानकारी दी तथा अश्वों का हमारे जीवन मे कितना महत्व है उसके बारे मे बताया, साथ ही पशु के्रडिट कार्ड योजना के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी, इसके साथ ही अश्वमित्रों ने अश्वों की बीमारियों के बचाव , जागरूकता, के तकनीकी गाने बनाकर गाए व सांस्कृतिक कार्यक्रम किए।
बू्रक इन्डिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिग्रेडियर श्री ज्योति धर्माधीरन जी का स्वागत किया गया इसके बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी जी ने अश्वमित्रो,समूहों,समितियों के सदस्यों का मार्गदर्शन किया जिसमें बताया कि महिलाओं को भी समितियों मे जोडा जाए, समहो काी बचत बढाई जाए,अश्वमित्रों के कार्यो की प्रशंसा की इसके साथ ही समूह, समितियो ंके द्वारा लगाए गए स्टाॅल का भ्रमण किया और समूहों,समितियों के द्वारा अश्वों व आजीविका सम्र्वधन हेतु हो रहे कार्याे को जाना। इसके बाद सभी प्रतिभागियों ने कार्यशाला के बाद जाने पर क्या क्या करेंगे उसकी एक योजना बनाई।
इसके बाद डाॅ सौरभ सिंह ने आए हुए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और अच्छा कार्य कर रहे प्रतिभागियों को मुख्य कार्यकारी अधिकारी जी ने पुरस्कृत किया व अन्य सभी प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रभारी अधिकारी समन्वयक श्री देव कांडपाल व श्री अशोक चर्तुवेदी ने किया।
अश्वमित्र सम्मेलन में डाॅ दिनेश मौर्या, डाॅ महेन्द्र चैधरी,सुश्री ईशिरा पाण्डे, श्री राजेश शर्मा, श्री रतनेश राव, श्री राहुल मौर्या, श्री राहुल माथुर, सान्या शर्मा,ज्योति पोखिरियाल,श्री मार्तंण्ड सिंह,डाॅ वीनू भदौरिया,डाॅ अवनी शर्मा,डाॅ सुयस,प्रशान्त कुमार,प्रवेश कुमार,एकता शर्मा, नेहा,ललित कार्की,व विभिन्न जनपदों से आए अश्वमित्रों ने प्रतिभाग किया।