हरिद्वार, 1 अप्रैल। केरला राज्य के कोल्लम जिले के करुनागप्पल्ली में तीन हजार मछुआरों के परिवार और उनके संगठन के सहयोग एंव निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज की प्रेरणा से काली माता मंदिर के नवीन मंदिर का निर्माण किया गया। काली माता मंदिर करोड़ो की लागत से निर्माण हुआ है। मंदिर में कृष्ण शिला (पत्थर), सागवान की लकड़ी और छत पर तांबा लगाया गया है। मंदिर को केरल के वास्तु और परंपरागत नक्शे के आधार पर बनाया गया है। मंदिर में काली माता के अलावा अन्य देवी देवता भी विराजमान हैं। नव निर्मित मंदिर के उदघाटन के अवसर पर निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज’ की अध्यक्षता में काली माता का पूरे विधि विधान से पूजन अर्चना हुई। इस दौरान मंदिर प्रबंधन और सभी मछुआरों के परिवारों ने निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज का आशीर्वाद भी लिया। इस दौरान निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द गिरि महाराज ने कहा कि देश दुनिया में सनातन संस्कृति को अपनाया जा रहा है। प्राचीन काली माता मंदिर के नवनिर्मित मंदिर निर्माण केरल के राज्य के भक्तों के लिए आस्था का केंन्द्र होगा काली माता भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करती है। मछुआरों के संगठन का यह प्रयास बेहद अच्छा है। उन्होने कहा कि मां काली के मंदिर में जो भी श्रद्वालु भक्त सच्चे मन से मंदिर दर्शन करेगा मां काली उसकी सभी मनोकमनाएं पूर्ण करेगी ओर उसके परिवार मे सुख -समृद्वि का वास होगा स्वामी कैलाशानंद गिरि महराज ने कहा कि 50 करोड की लागत से बना यह सिद्व काली मंदिर पूरे विश्व मे अदभूत चमत्कारी मंदिर होगा उन्होने मंदिर निर्माण पर सभी देश एंव केरल के वासियों को बधाई दी। और उन्होने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एंव गृह मंत्री अमित शाह को भी मां काली के मंदिर आने के लिए अनुरोध किया। इस दौरान स्वामी अविन्तानंद, स्वामी कृष्णानंद, राधेश्याम शर्मा, पदम प्रकाश,कृष्ण जोशी, रणदीप, श्याम लाल, लालकृष्णा, आदि मौजूद रहे।

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