हरिद्वार, 15 नवम्बर। धर्म के मार्ग पर चलने वालों की हमेशा विजय होती है। उक्त उद्गार भूपतवाला स्थित विश्व सद्भावना मंदिर में श्रद्धालुओं को आशीर्वचन प्रदान करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी पारसमुनि महाराज ने व्यक्त किए। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी पारसमुनि महाराज ने कहा कि सनातन धर्म की परंपराएं सदैव धर्म व सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती हैं। धर्म व सत्य के मार्ग पर चलते हुए सभी मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन के सथ संत महापुरूषों ने सदैव समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर किया। संत रूपी गुरू के सानिध्य में प्राप्त ज्ञान से ही भक्त के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। स्वामी शिवानंद भारती महाराज ने प्राचीन काल से ही भारतीय संतों, मनीषियों ने सनातन धर्म संस्कृति का जो स्वरूप विश्व पटल पर प्रस्तुत किया है। वह अद्भूत है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बनकर तैयार हो चुका प्रभु श्रीराम का भव्य व दिव्य मंदिर पूरे विश्व सनातन धर्म संस्कृति के प्रकाश से आलोकित करेगा। स्वामी रविदेव शास्त्री एवं स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि ने कहा कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य रूप से पर्व के रूप में मनाएं। घर में दीपक जलाकर प्रभु श्रीराम की आराधना करें। इस अवसर पर भक्त दुर्गादास, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, स्वामी दिनेश दास, स्वामी राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास आदि संत भी मौजूद रहे। दीपक जैन और सौरभ जैन ने फूलमाला पहनाकर सभी संतों का स्वागत किया।