एक क्षण के लिए भी अपने भीतर ग्लानि, निस्तेजता और विस्मृति को न आने दें : स्वामी रामदेव जी महाराज
हरिद्वार, 10 अप्रैल। परम पूज्य स्वामी श्री गोविन्ददेव गिरि जी महाराज के श्रीमुख से “छत्रपति शिवाजी महाराज कथा’’ के दूसरे दिन का शुभारम्भ पतंजलि विश्वविद्यालय के सभागार में हुआ।…