हरिद्वार समाचार-हिंदू रक्षा सेना के जिला प्रभारी एवं श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी महाराज फरसे वाले बाबा ने हिंदू समाज के लोगों से जागरूक होकर एकत्र होने का आह्वान किया है। श्यामपुर कांगड़ी स्थित बाबा वीरभद्र सेवा आश्रम ट्रस्ट में प्रेस को जारी बयान में स्वामी गर्व गिरी महाराज ने कहा कि सनातन हिंदू धर्म सबसे प्राचीन, उन्नत एवं उत्कृष्ट धर्म है। जिसकी रक्षा के लिए हिंदू युवाओं को आगे आना होगा और राष्ट्र की एकता अखंडता बनाए रखने में अपना सहयोग प्रदान करना होगा। क्योंकि धर्म ही ऐसे कड़ी है जो परिवार को समाज से और समाज को देश से जोड़ती है। एक उन्नत समाज ही उन्नत देश को बनाता है। आज के युवाओं को अपनी धर्म एवं संस्कृति के प्रति जागृत रहकर समाज को एकजुट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदू रक्षा सेना हिंदू हितों के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार को स्कूलों के पाठ्यक्रम में गायत्री मंत्र और वेद सनातन धर्म की शिक्षा को अनिवार्य करना चाहिए। आज विदेशों में भी बच्चों को गायत्री मंत्र एवं सनातन धर्म की शिक्षा दी जा रही है। भारत सरकार को अपनी संस्कृत एवं संस्कृति के प्रति बालक बालिकाओं को जागरूक करना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी गर्व गिरी महाराज ने कहा कि सभी हिंदू युवा एवं हिंदू संगठन एक मंच पर आकर हिंदू हितों के लिए कार्य करें और राष्ट्र को सशक्त बनाने के लिए अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि हिंदू रक्षा सेना के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़कर धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए औरों को भी प्रेरित करें और एक बेहतर समाज का निर्माण करें। आज एक बड़ा षड्यंत्र सनातन संस्कृति एवं हिंदू धर्म कर कुठाराघात करने के लिए किया जा रहा है। कई विदेशी ताकतें सनातन धर्म को तोड़ने का कार्य कर रही हैं। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिंदू रक्षा सेना हिंदू समाज एवं हिंदू हितों के लिए आगे आकर कार्य कर रही है और हमेशा ही करती रहेगी। उन्होंने कहा कि आगामी 17 अक्टूबर को हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज के नेतृत्व में एक विशाल हिंदू महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें हिंदू हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि कार्यक्रम में सम्मिलित होकर अपने विचार रखें और अधिक से अधिक संख्या में आकर हिंदू हितों के मुद्दों पर संत समाज के साथ मंथन भी करें।