हरिद्वार समाचार– रहस्यमय परिस्थितियों में मुंबई जाते समय ट्रेन से लापता हुए श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत मोहनदास की पुलिस अब दोबारा तलाश करेगी। कोर्ट ने पुलिस की फाईनल रिपोर्ट वापस लौटाते हुए महंत मोहनदास को दोबारा तलाश करने के आदेश दिए हैं। फाईनल रिपोर्ट की आपत्ति पर सुनवाई करते हुए जिला अदालत के न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय ने पुलिस से दोबारा रिपोर्ट भी मांगी है। ज्ञात हो कि तकरीबन करीब साढ़े तीन वर्ष पूर्व हरिद्वार से मुंबई जाते समय महंत मोहनदास महाराज बीच रास्ते में ही रहस्मयी परिस्थितियों में लापता हो गए थे। जिसके बाद संत समाज में हड़कंप मच गया था। उत्तराखण्ड व उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों की पुलिस ने महंत मोहनदास महाराज की तलाश में सर्च आपरेशन चलाया था। जांच के दौरान उनकी आखिरी लोकेशन थापर नगर मेरठ में मिली थी। जिस पर हरिद्वार और यूपी की पुलिस ने कई दिन तक चप्पा चप्पा छान मारा। लेकिन महंत मोहनदास महाराज को कुछ पता नहीं चल सका। कुछ समय पूर्व पुलिस ने मुकद्मे में फाईनल रिपोर्ट लगाकर कोर्ट में दाखिल कर दी थी। जिस पर महंत मोहनदास की गुमशुदगी दर्ज कराने वाले तत्कालीन कारोबारी महंत सुखदेव मुनि महाराज ने आपत्ति दाखिल की थी। जिस पर सुनाई करते हुए हरिद्वार जिला न्यायालय के न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय शंभूनाथ सेठवाल ने फाईनल रिपोर्ट वापस लौटाते हुए कनखल थाना प्रभारी को निर्देश दिए कि कोठारी महंत मोहनदास महाराज की दोबारा तलाश की जाए। कनखल एसएचओ ने बताया कि मामले की जांच एसएसआई राजेंद्र रावत को सौंपी गयी है।
पुलिस अब इस मामले में कड़ा रूख अपनाते हुए सख्ती से पूछताछ कर सकती है। क्योंकि कोठारी महंत के लापता होने के कुछ महीनों तक संतों ने बरामदगी की आवाज उठायी थी। जिस पर खुद मुख्यमंत्री को कई बार हरिद्वार आना पड़ा था। कारोबारी महंत सुखदेव मुनि की आपत्ति पर अब यह मामला फिर से तूल पकड़ गया है।
वहीं इस मामले को लेकर अखाड़े के पूर्व कारोबारी महंत सुखदेव मुनि से दूरभाष पर बात की गयी तो उन्होंने कहा कि पुलिस यदि सख्ती से जांच करे तो कई राज उजागर होंगे। वह स्वयं भी पुलिस के सामने कई अहम तथ्य रखेंगे और जांच में पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही हरिद्वार आकर इस पूरे मामले की जांच को लेकर कनखल पुलिस से मिलेंगे।