हरिद्वार, 20 अगस्त। अयोध्या में राममंदिर निर्माण की जिम्मेदारी संभाल रहे विहिप के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने रविवार को निरंजनी अखाड़ा पहुंचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज से भेंट की और उन्हें मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज, निंरजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज, भारत मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज एवं स्वामी महेशानंद महाराज ने फूलमाला पहनाकर एवं मां गंगा की मूर्ति भेंटकर चंपत राय का स्वागत किया। चंपत राय ने कहा कि जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के पश्चात 16 से 24 जनवरी के बीच शुभ मुर्हत में मंदिर में भूतल पर निर्मित गृभ ग्रह में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। चंपत राय ने कहा कि दो मंजिला राम मंदिर का भूतल पूरी तरह तैयार हो गया है। मूर्ति स्थापना के बाद श्रद्धालु मंदिर में भगवान राम लला के दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान दूसरी मंजिल का निर्माण कार्य भी चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि अभी संतों को मौखिक रूप से आमंत्रित किया जा रहा है। शुभ मुर्हत निकलने के बाद नवंबर में पूरे देश के संत समाज को मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शामिल होने का विधिवत रूप से निमंत्रण दिया जाएगा। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि वर्षो की तपस्या, त्याग व संघर्ष के बाद हिंदू समाज का अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का स्वप्न साकार होने जा रहा है। सभी हिंदुओं को अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन अवश्य करने चाहिए। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि उनका मानना है कि स्वयं भगवान श्रीराम ने अपने अनन्य भक्त चंपत राय को मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है। चंपत राय की देखरेख में शीघ्र ही पूर्ण होने जा रहा भव्य श्रीराम मंदिर पूरे विश्व को आध्यात्मिक संदेश देगा। इस अवसर पर विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र पंकज, प्रांत उपाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, प्रांत संगठन मंत्री अजय, बजरंग दल के प्रांत संगठन मंत्री अनुज वालिया, विहिप के जिला धर्माचार्य प्रमुख मंयक चैहान आदि मौजूद रहे।