हरिद्वार समाचार– केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग, जहाजरानी मंत्री नितिन गड़करी ने आज वर्चुअल माध्यम से 5400 करोड़ रुपए की लागत से 250 किलोमीटर लंबी सात राष्ट्रीय सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इनके बनने से समय की बचत और ईंधन की खपत कम होगी। साथ ही हरिद्वार, रूड़की, देहरादून व आसपास के लोगों को जाम से भी निजात मिलेगी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में जितनी बाधाएं आई उन्हें दूर कर आज इनका लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि कुंभ से पहले काम पूरा कराने का जो वायदा मैंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को दिया था, वह सभी के सहयोग से आज पूरा हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड के लिए महत्वपूर्ण दिल्ली-हरिद्वार-देहरादून इकोनामिक कोरिडोर की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस कोरिडोर के बन जाने से देहरादून से दिल्ली की दूरी दो घंटे में तय हो जाएगी, जो वर्ष 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने चारधाम यात्रा आलवेदर रोड का जिक्र करते हुए बताया कि 647 किलोमीटर में से 450 किलोमीटर कार्य पूरा हो गया है। शेष का मामला कुछ अडचनों की वजह से रूका हुआ है, जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम अंतराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सड़कों का निर्माण करा रहे हैं, तथा जहां पर हमें मजबूरी में पेड़ काटने की आवश्यकता होती है, वहां पर हम एक पेड़ के स्थान पर 10 पेड़ लगाते हैं। उन्होंने बताया कि कैलाश मानसरोवर सड़क का निर्माण 85 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के कलाकारों व स्थानीय लोगों की बेहतरी के लिए हमारा मंत्रालय एक पैवेलियन उपलब्ध करा रहा है, जिसके माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तराखंड राज्य के विकास कार्यों में ऐतिहासिक निर्णय लेकर अनेक कार्यों को पूरा कराया है। उन्होंने कहा कि सड़कों से विकास की गति में काफी तेजी आती है। दिल्ली-देहरादून वाया सहारनपुर राजमार्ग से समय बचेगा और लोगों को सहूलियत होगी। बीमारों को भी इलाज के लिए आने-जाने में सहूलियत होगी। रूद्रप्रयाग टनल उत्तराखंड के लिए सपना था, जिसे आपने साकार कर दिया है। उन्होंने इसके लिए देवभूमि के नागरिकों की तरफ से आभार जताया।
केंद्रीय राज्य मंत्री डा0 संजीव बालियान ने कहा कि जो काम 67 साल में नहीं हो पाया वह पिछले छह सात साल में हुआ है। उन्होंने मुजफ्फरनगर में आगामी प्रोजेक्ट्स गिनाकर उस पर कार्य करने का अनुरोध किया।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के चेयरमैन एसएस संधू ने निर्माण कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से सांसद तीरथ सिंह रावत, सांसद अजय टम्टा, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, यशपाल आर्य आदि शामिल रहे।
  स्थानीय स्तर पर हरिद्वार के चैधरी चरण सिंह वीआईपी घाट पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा0 रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने सड़कों की जो सौगात दी है, उसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड ही नही बल्कि पूरा देश लगातार विकास के नये आयाम गढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्णागिरि से जन शताब्दी एक्सप्रेस का वर्चुअल तरीके से लोकार्पण किया जा रहा है। यह उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है। उन्होंने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुये कहा कि उनके कार्यकाल में हरिद्वार में काफी तेजी से कार्य हुए हैं।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम लगातार प्रयासों व मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार रिंगरोड एवं मेडिकल काॅलेज एक बड़ी उपलब्धि है तथा हरकी पैड़ी से चंडीदेवी रोपवे की स्वीकृति हो गई है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में हर कदम पर केंद्रीय मंत्री निशंक का पूरा सहयोग मिला है।
कार्यक्रम में एक डाक्यूमेंट्री के माध्यम से उत्तराखंड में हुए विकास कार्य का पूरा विवरण दिखाया गया।
इस मौके पर दायित्वधारी डा0 विनोद आर्या, दायित्वधारी पंकज सहगल, रानीपुर विधायक आदेश चैहान, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर, हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, शिवालिकनगर पालिकाध्यक्ष राजीव शर्मा, अनिल अरोड़ा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष डा0 जयपाल सिंह चैहान ने और संचालन भाजपा जिला महामंत्री विकास तिवारी ने किया।
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इन सड़कों का हुआ लोकार्पण        
मुजफ्फरनगर-हरिद्वार एनएच-58 का फोरलेन निर्माण (लंबाई-78 किमी. लागत 1750 करोड़ रूपये)                              
रूड़की-छुटमलपुर-गागलहेड़ी (एनएच-73),
छुटमलपुर-गणेशपुर ( एनएच 72-ए)का फोरलेन निर्माण (लंबाई-54किमी, लागत 2200 करोड़ रुपए)                                      
हरिद्वार-देहरादून एनएच-58 एवं 72 का फोरलेन निर्माण (लंबाई-37 किमी, लागत 50 करोड़ रुपए)                                      
मुजफ्फरनगर-हरिद्वार एलिवेटेड संरचना मायापुरी एस्केप चैनल पर सेतु एनएच-58 (लंबाई-01 किमी, लागत 50 करोड़ रुपए)
इन कार्यों का हुआ शिलान्यास
रूद्रप्रयाग जनपद में एक किलोमीटर लंबी टनल का निर्माण एवं अलकनंदा नदी पर एन एच-107
एनएच-7 को जोड़ने हेतु दीर्घ सेतु का निर्माण (लंबाई-2 किमी, लागत 250 करोड़ रुपए)                                      
अल्मोड़ा जनपद में एन एच-309 बी के अन्तर्गत पैटशाल से पनुवानौला और दानिया से पनार के
सुदृढ़ीकरण का कार्य (लंबाई 45 किमी, लागत 50 करोड़ रुपए)
पौड़ी गढ़वाल जनपद में एन एच -119 (नया 534) के अन्तर्गत सतपुली से अगरोढ़ा तक सुदृढ़ीकरण का कार्य (लंबाई 33 किमी, लागत 100 करोड़ रूपए

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