हरिद्वार– हरिद्वार वन प्रभाग के समस्त कर्मचारी, ग्यारवे दिन भी कार्यालय परिसर में उपस्थित एवं धरने पर रहे। जहाॅ समस्त कर्मचारियों द्वारा श्री धर्म सिंह मीणा उप वन संरक्षक के द्वारा किये गये बद्सलूकी के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया गया।
श्री सुशान्त पट्नायक मुख्य वन संरक्षक गढवाल मण्डल पौड़ी एवं श्री डी0के0 सिंह वन सरंक्षक शिवालिक वृत्त देहरादून लगभग आज अपरान्ह 12.00 बजे प्रभागीय कार्यालय हरिद्वार में कार्यालय परिसर में धरना स्थल पर बैठे हरिद्वार वन प्रभाग के समस्त कर्मचारियों को श्री धर्म सिंह मीणा उप वन संरक्षक द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार एवं उत्पीड़न की जांच हेतु एक-एक कर प्रभागीय वनाधिकारी कक्ष में बुलाया गया तथा उनके साथ किये गये व्यवहार के सम्बन्ध में मौखिक रूप से पूछा गया। । उक्त पूछताछ के बाद मुख्य वन संरक्षक द्वारा धरना स्थल पर पहुचकर धरने पर बैठे कर्मचारियों को प्रकरण को भूल कर पुनः काम पर वापस आने को कहां गया। कर्मचारियांे के द्वारा साथ श्री धर्मसिंह मीणा उप वन संरक्षक द्वारा दूर्भावना पूर्ण तरीके से अभद्र पूर्ण व्यवहार एवं कर्मचारियों को प्रताड़ित व मासिक उत्पीड़न से अवगत कराया गया। जिससे प्रभाग के कर्मचारियों गहरा आघात पहुचा है जिससे कर्मचारी भयभीत है, प्रभागीय वनाधिकारी का यह व्यवहार सभी को अस्वीकार्य है। इनका पूर्व का कार्यकाल भी सम्मानजनक नहीं रहा है, यह दुर्वव्यवहार इनकी इस प्रकार की छवि से कर्मचारी इनके साथ कार्य करने में स्वंय असहज स्थिति में महसूस कर रहे है।
धरने पर बैठे अधिकारी/कर्मचारियो के द्वारा चलाये जा रहे असहयोग आन्दोलन में आगे के रणनिति पर उत्तरांचल फाॅरेस्ट मिनिस्ट्रीयल एसोसियेशन, देहरादून के प्रान्तीय अध्यक्ष श्री दीप चन्द्र पाण्डेय से दूरभाष पर वर्ता कर चर्चा की गयी, तय किया गया कि श्री धर्मसिंह मीणा उप वन संरक्षक के अन्यत्र स्थानान्तरण न होते तक धरने को जारी रखा जायेगा तथा विभिन्न कर्मचारी संगठनों से वार्ता कर आन्दोलन को प्रदेश के समस्त विभागों के समस्त कार्यालयों तक पहुचाया जायेगा।
धरने के कार्यक्रम में श्री एस0एन0शर्मा, राजवीर सिंह, हरीश भटट्, रणबीर सिंह रावत, दिनेश लखेडा, नरेद्र कुमार, संजय सागर, रामकुमार वर्मा, बुरहान अली, दीपक नेगी, बालम नेगी, पंकज सैनी, अरूण सैनी, अनुज सैनी, महिपाल, महेशा पंवार, जीत सिंह सैनी, सुरेश, गुलफाम श्रीमती पुष्पा जोशी, मयूरी गौतम, किरन रावत, बबीता, निशा, ज्ञानीदेवी व अन्य साथी उपस्थित रहे।