हरिद्वार समाचार– आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के देहरादून स्थित आवास पर उनसे भेंट वार्ता की और उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया। इस दौरान होने कुंभ मेला सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए बधाई देते हुए स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की धर्म के प्रति निष्ठा, संतों के प्रति आस्था और प्रशासनिक कुशलताके चलते विषम परिस्थितियों में भी कुंभ मेला सकुशल संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि कोरोना कंट्रोल के लिए किए गए लाॅकडाउन के चलते समाज के प्रत्येक वर्ग को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उत्तराखण्ड पूरी तरह धार्मिक पर्यटन पर आधारित राज्य है। चारधाम समेत कई पौराणिक सिद्ध पीठ उत्तराखण्ड में स्थित हैं। देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्त चारधाम यात्रा व गंगा स्नान के लिए उत्तराखण्ड आते हैं। लेकिन चारधाम यात्रा स्थगित होने से श्रद्धालु भक्त नहीं आ पा रहे हैं। श्रद्धालु भक्तों की भावनाओं को देखते हुए सरकार को कोविड नियमों का पालन कराते हुए चारधाम यात्रा को संचालित करना चाहिए। जिससे लोग चारधाम यात्रा कर सकें और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा संचालित होगी तो सभी प्रकार के व्यवसाय को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के चलते मठ मंदिर बंद हैं। यात्रीयों से मिलने वाले दान पर पर निर्भर मठ मंदिरों के प्रबंधकों, पुजारियों व अन्य कर्मचारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसको देखते हुए सरकार को धार्मिक स्थानों की मदद के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए। स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की इच्छाशक्ति से चारधाम यात्रा प्रारम्भ की जा सकती है। कोरोना नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए युद्धस्तर पर शासन प्रशासन चारधाम यात्रा संचालित करने में जुटे तो सफलता के नए आयाम रचे जा सकते हैं। इस दौरान आचार्य मनीष जोशी, स्वामी सत्यानंद गिरी, महंत विकास गिरी, स्वामी मोनू गिरी, नंदकिशोर शर्मा आदि शामिल रहे।