हरिद्वार, 10 जून। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि देश का अन्नदाता किसान बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। सरकार में किसानों की भागेदारी होनी चाहिए देश का किसान खुशहाल होगा तो देश आगे बढेगा। किसानों को फसलों का लाभकारी मूल्य नहीं मिलने से किसान की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। किसान कर्ज में फंस रहे हैं। चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि सरकार को किसानों की हालत पर विचार करना चाहिए। लोेकसभा में किसानों की संख्या पर विचार होना चाहिए। राजनैतिक दल किसानों का भल्ला चाहते है तो किसानो को लोेकसभा में लाए फिल्मी सितारें लोेकसभा में किसका क्या भल्ला कर सकते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ऐतिहासिक किसान आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने एमएसपी पर कानून बनाने का आश्वासन किसान संगठनों को दिया था। लेकिन आज तक एमएसपी पर कानून लागू नहीं किया गया। जिससे किसानों में रोष है। चिंतन शिविर में देश के तमाम राज्यों से आ रहे किसानों के हितों में स्वामी नाथन आयोग रिपोर्ट के अनुसार एमएसपी पर कानूनी गारंटी, कर्ज माफी, किसानों को मुफ्त बिजली, मिलों पर बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान आदि तमाम मुद्दों पर चर्चा की चिंतन शिविर में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात सहित तमाम राज्यों के किसान भाग लेने के लिए लगातार पहुॅच रहे है। चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि देश का अन्नदाता किसान बेहद मुश्किल हालात से गुजर रहा है। किसान आर्थिक रूप से खुशहाल होगा तो देश आगे बढ़ेगा। लेकिन सरकारेें किसानों को राहत देने में विफल रही हैं। उन्होनें कहा कि फर्जी किसान संगठनों से सावधान रहें किसान भाई। उन्होने कहा कि अगर इस नई मोदी सरकार ने किसानों कि अनदेखी की तो यह सरकार चंद दिनों की महमान होगी। इस दौरान उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष जोगेंद्र चौधरी, प्रदेश सचिव अंशुल चौधरी, जिलाध्यक्ष साकिब अली, महेंद्र, नीतिश रामपाल अंबावत , आर के त्यागी, रविन्द्र प्रधान सुभाष, अनिल चौधरी विनोद सिंह सहित कई किसान नेता मौजूद रहे।