हरिद्वार, 19 जनवरी। श्री मोहन आश्रम की परमाध्यक्ष मंहत बबीता दास ने श्रद्वालु भक्तो को सम्बोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में आयोजित किए जा रहे राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर को पर्व के रूप में मनाने का आह्वान किया है। परमाध्यक्ष मंहत बबीता दास ने कहा कि हिंदू समाज के लगभग पांच सौ वर्षो के संघर्ष के पश्चात यह ऐतिहासिक अवसर आया है। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही भारत के गौरवशाली इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से ही हिंदू गौरव का यह अवसर आया है। सभी इस ऐतिहासिक और गौरवशाली अवसर पर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। यदि अयोध्या नहीं जा सकें तो घर में 21 दीप जलाकर परिवार संग भगवान राम का पूजन और आरती करें और प्रसाद वितरण करें। भगवान राम जन-जन के आराध्य और आदर्श हैं। सभी को भगवान राम के चरित्र का अनुसरण करते हुए आदर्श समाज की स्थापना में सहयोग करना चाहिए। जूना अखाडे की माहामंडलेश्वर स्वामी सरोजनी गिरी ने कहा कि परमार्थ के लिए जीवन समर्पित करने वाले संत समाज का उद्देश्य समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करना है। भगवान श्री राम के आर्दशों को अपनाकर देश के विकास में अपना योगदान करें अयोध्या मे भव्य दिव्य मंदिर निर्माण हो चुका है। सभी को भगवान राम के आर्दशों को आत्म सात करनें की अवश्यकता है। भक्तों को अपने घरों में दीपक जलाकर खुशी प्रकट करनी चाहिए। उन्होने देश वासियों से 22 जनवरी के दिन सभी रामभक्तों को ये दिन दिपावली की तरह मनाने की अपील की क्योकि प्रभु श्रीराम हर भक्त के कण-कण में वास करते है।