हरिद्वार, 7 अप्रैल। स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता कायम रखने में संत महापुरूषों ने सदा अहम भूमिका निभायी है। पतंजलि योगपीठ में आचार्य बालकृष्ण से भेंटवार्ता के दौरान स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ संत समाज मानव कल्याण में भी योगदान रहा है। स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि आयुर्वेद को देश दुनिया के पटल पर आचार्य बालकृष्ण ने रखा। आयुर्वेद की महत्ता व गुणकारी औषधी के रूप में प्रसिद्धि मिली है। आयुर्वेद आदि अनादि काल से देश में अपनाया जा रहा है। स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति के प्रचार प्रसार में भी पतंजलि के प्रयासों की जितनी भी सराहना की जाए, उतना कम है। योग गुरू बाबा रामदेव विश्व भर में योग की पताका को फहराने का काम कर रहे हैं। आयुर्वेद एवं योग से अनेकों बीमारियों के निदान हो जाते हैं। आयुर्वेद के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाले आचार्य बालकृष्ण की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतना कम है। युवा पीढ़ी को हिंदू संस्कृति की और लाने में पतंजलि निर्णायक भूमिका निभा रहा है। स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में पतंजलि योगपीठ महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। भारतीय संस्कृति एवं सनातन संस्कृति को देश दुनिया जान रही है। स्वामी आदियोगी महाराज ने आचार्य बालकृष्ण का फूलमाला और रूद्राक्ष की माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान महंत दर्शन भारती व पंडित गंगा प्रसाद बड़ोला भी मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *