हरिद्वार– प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में श्री हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। जिसमें संतो ने हनुमान जी को सिंदूर लगाकर आरती करते हुए विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि बजरंगबली हनुमान साहस शक्ति और संयम की अद्भुत पराकाष्ठा हैं बल बुद्धि के प्रदाता हंै। जिनकी आराधना से व्यक्ति को प्रभु श्रीराम की कृपा भी प्राप्त होती है। बजरंगबली हनुमान अजर अमर अविनाशी हैं। जो अपने भक्तों का संरक्षण कर उनके सभी कष्टों का निवारण करते हैं। जो श्रद्धालु भक्त बजरंगबली को अपने हृदय में बसा लेता है। प्रभु श्रीराम उसका बेड़ा भवसागर से पार लगाते हैं। उन्होंने कहा कि हनुमान जन्मोत्सव पर प्रभु हनुमान की आराधना से श्रद्धालु भक्त विशेष कृपा के पात्र बनते हैं और जो भी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। उन सभी की पूर्ति बजरंगबली करते हैं। स्वामी संतोषानंद देव महाराज ने कहा कि पवन पुत्र हनुमान का प्रभु श्रीराम के प्रति सेवा और समर्पण सभी के लिए प्रेरणादायक है। हम सब को उनके आदर्शपूर्ण जीवन से प्रेरणा लेकर प्रेम और भक्ति की भावना को अपने भीतर जागृत करना चाहिए। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत रघु मुनि महाराज ने कहा कि बजरंगबली की उपासना से व्यक्ति चरित्रवान बनता है। प्रत्येक साधक को पवन पुत्र की उपासना करनी चाहिए और अपने जीवन को उन्नति की ओर अग्रसर करने के लिए बजरंगबली की शरण में आना चाहिए। क्योंकि अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों को बजरंगबली मनवांछित फल प्रदान करते हैं और आसुरी शक्तियों से उसकी रक्षा करते हैं। बजरंगबली की कृपा का पात्र बनने वाले व्यक्ति सभी प्रकार के कष्ट और दुश्वारियां से मुक्ति पाते हैं।