हरिद्वार, 14 मार्च। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू की प्रथम पुण्यतिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी की शिष्या जूनागढ़ गुजरात की साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े की महंत महान की पदवी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में शामिल संत महापुरूषों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूर्ण विधि विधान से तिलक चादर प्रदान कर साध्वी माता नर्मदा पुरी का अभिषेक किया। कार्यक्रम बाघंबरी गद्दी के महंत बलवीर गिरी महाराज के संयोजन मे तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
साध्वी माता नर्मदा पुरी को शुभकामनाएं देते हुए अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति को पूजनीय मानते हुए सर्वोच्च स्थान दिया गया है। साध्वी माता नर्मदा पुरी निरंजनी अखाड़े की महंत महान के रुप में अखाड़ा और संत परंपराओं को मजबूत करेंगी। वाघंबरी गद्दी प्रयागराज व बिलकेश्वर महादेव मंदिर के महंत बलवीर गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू व साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज का उन पर विशेष स्नेह रहा है। उन्होंने कहा कि साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज विद्वान संत हैं। वयोवृद्ध अवस्था में भी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका योगदान सभी के लिए प्रेरणादायक है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं भारत माता मंदिर के महंत स्वामी ललितानंद गिरी महाराज व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि महंत महान साध्वी माता नर्मदा पुरी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार और निरंजनी अखाड़े की उन्नति में योगदान करेंगी। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज एवं गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति की विलक्षण विद्वान साध्वी माता नर्मदा पुरी संत समाज की प्रेरणा स्रोत व आदर्श हैं। महंत महान की पदवी प्रदान किए जाने पर अखाड़े के पदाधिकारियों व संत समाज का आभार व्यक्त करते हुए साध्वी माता नर्मदा पुरी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू द्वारा प्रदत्त ज्ञान व शिक्षाओं तथा निरंजनी अखाड़े की परंपराओं का पालन करते हुए सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। इस अवसर पर महंत बलवीर गिरी, साध्वी अन्नपूर्णा गिरी, महामंलेश्वर महंत ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुसिाध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े ने प्रदान की महंत महान की पदवी
सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति का सर्वोच्च स्थान -श्रीमहंत रविन्द्रपुरी
विद्वान संत हैं माता नर्मदा पुरी-महंत बलवीर गिरी
सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार ही जीवन का उद्देश्य-माता नर्मदा पुरी
हरिद्वार, 14 मार्च। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू की प्रथम पुण्यतिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी की शिष्या जूनागढ़ गुजरात की साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े की महंत महान की पदवी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में शामिल संत महापुरूषों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूर्ण विधि विधान से तिलक चादर प्रदान कर साध्वी माता नर्मदा पुरी का अभिषेक किया। कार्यक्रम बाघंबरी गद्दी के महंत बलवीर गिरी महाराज के संयोजन मे तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
साध्वी माता नर्मदा पुरी को शुभकामनाएं देते हुए अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति को पूजनीय मानते हुए सर्वोच्च स्थान दिया गया है। साध्वी माता नर्मदा पुरी निरंजनी अखाड़े की महंत महान के रुप में अखाड़ा और संत परंपराओं को मजबूत करेंगी। वाघंबरी गद्दी प्रयागराज व बिलकेश्वर महादेव मंदिर के महंत बलवीर गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू व साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज का उन पर विशेष स्नेह रहा है। उन्होंने कहा कि साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज विद्वान संत हैं। वयोवृद्ध अवस्था में भी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका योगदान सभी के लिए प्रेरणादायक है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं भारत माता मंदिर के महंत स्वामी ललितानंद गिरी महाराज व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि महंत महान साध्वी माता नर्मदा पुरी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार और निरंजनी अखाड़े की उन्नति में योगदान करेंगी। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज एवं गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति की विलक्षण विद्वान साध्वी माता नर्मदा पुरी संत समाज की प्रेरणा स्रोत व आदर्श हैं। महंत महान की पदवी प्रदान किए जाने पर अखाड़े के पदाधिकारियों व संत समाज का आभार व्यक्त करते हुए साध्वी माता नर्मदा पुरी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू द्वारा प्रदत्त ज्ञान व शिक्षाओं तथा निरंजनी अखाड़े की परंपराओं का पालन करते हुए सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। इस अवसर पर महंत बलवीर गिरी, साध्वी अन्नपूर्णा गिरी, महामंलेश्वर महंत ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, साधुबेला पीठाधीश्वर महंत गौरीशंकर दास, महंत केशवानंद, महंत रामरतन गिरी, महंत राजगिरी, महंत राकेश गिरी, महंत आनंद गिरी, महंत राधे गिरी, महंत रवि पुरी, महंत अलोक गिरी, श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक सहित गुजरात से आए श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
न, साधुबेला पीठाधीश्वर महंत गौरीशंकर दास, महंत केशवानंद, महंत रामरतन गिरी, महंत राजगिरी, महंत राकेश गिरी, महंत आनंद गिरी, महंत राधे गिरी, महंत रवि पुरी, महंत अलोक गिरी, श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक सहित गुजरात से आए श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे। साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े ने प्रदान की महंत महान की पदवी
सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति का सर्वोच्च स्थान -श्रीमहंत रविन्द्रपुरी
विद्वान संत हैं माता नर्मदा पुरी-महंत बलवीर गिरी
सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार ही जीवन का उद्देश्य-माता नर्मदा पुरी
हरिद्वार, 14 मार्च। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू की प्रथम पुण्यतिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी की शिष्या जूनागढ़ गुजरात की साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े की महंत महान की पदवी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में शामिल संत महापुरूषों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूर्ण विधि विधान से तिलक चादर प्रदान कर साध्वी माता नर्मदा पुरी का अभिषेक किया। कार्यक्रम बाघंबरी गद्दी के महंत बलवीर गिरी महाराज के संयोजन मे तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
साध्वी माता नर्मदा पुरी को शुभकामनाएं देते हुए अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति को पूजनीय मानते हुए सर्वोच्च स्थान दिया गया है। साध्वी माता नर्मदा पुरी निरंजनी अखाड़े की महंत महान के रुप में अखाड़ा और संत परंपराओं को मजबूत करेंगी। वाघंबरी गद्दी प्रयागराज व बिलकेश्वर महादेव मंदिर के महंत बलवीर गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू व साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज का उन पर विशेष स्नेह रहा है। उन्होंने कहा कि साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज विद्वान संत हैं। वयोवृद्ध अवस्था में भी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका योगदान सभी के लिए प्रेरणादायक है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं भारत माता मंदिर के महंत स्वामी ललितानंद गिरी महाराज व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि महंत महान साध्वी माता नर्मदा पुरी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार और निरंजनी अखाड़े की उन्नति में योगदान करेंगी। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज एवं गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति की विलक्षण विद्वान साध्वी माता नर्मदा पुरी संत समाज की प्रेरणा स्रोत व आदर्श हैं। महंत महान की पदवी प्रदान किए जाने पर अखाड़े के पदाधिकारियों व संत समाज का आभार व्यक्त करते हुए साध्वी माता नर्मदा पुरी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू द्वारा प्रदत्त ज्ञान व शिक्षाओं तथा निरंजनी अखाड़े की परंपराओं का पालन करते हुए सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। इस अवसर पर महंत बलवीर गिरी, साध्वी अन्नपूर्णा गिरी, महामंलेश्वर महंत ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुसिाध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े ने प्रदान की महंत महान की पदवी
सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति का सर्वोच्च स्थान -श्रीमहंत रविन्द्रपुरी
विद्वान संत हैं माता नर्मदा पुरी-महंत बलवीर गिरी
सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार ही जीवन का उद्देश्य-माता नर्मदा पुरी
हरिद्वार, 14 मार्च। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू की प्रथम पुण्यतिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी की शिष्या जूनागढ़ गुजरात की साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज को निरंजनी अखाड़े की महंत महान की पदवी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में शामिल संत महापुरूषों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूर्ण विधि विधान से तिलक चादर प्रदान कर साध्वी माता नर्मदा पुरी का अभिषेक किया। कार्यक्रम बाघंबरी गद्दी के महंत बलवीर गिरी महाराज के संयोजन मे तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
साध्वी माता नर्मदा पुरी को शुभकामनाएं देते हुए अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति में नारी शक्ति को पूजनीय मानते हुए सर्वोच्च स्थान दिया गया है। साध्वी माता नर्मदा पुरी निरंजनी अखाड़े की महंत महान के रुप में अखाड़ा और संत परंपराओं को मजबूत करेंगी। वाघंबरी गद्दी प्रयागराज व बिलकेश्वर महादेव मंदिर के महंत बलवीर गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू व साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज का उन पर विशेष स्नेह रहा है। उन्होंने कहा कि साध्वी माता नर्मदा पुरी महाराज विद्वान संत हैं। वयोवृद्ध अवस्था में भी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका योगदान सभी के लिए प्रेरणादायक है। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं भारत माता मंदिर के महंत स्वामी ललितानंद गिरी महाराज व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि महंत महान साध्वी माता नर्मदा पुरी सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार और निरंजनी अखाड़े की उन्नति में योगदान करेंगी। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज एवं गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति की विलक्षण विद्वान साध्वी माता नर्मदा पुरी संत समाज की प्रेरणा स्रोत व आदर्श हैं। महंत महान की पदवी प्रदान किए जाने पर अखाड़े के पदाधिकारियों व संत समाज का आभार व्यक्त करते हुए साध्वी माता नर्मदा पुरी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत ओमकार पुरी महाराज कश्मीरी बापू द्वारा प्रदत्त ज्ञान व शिक्षाओं तथा निरंजनी अखाड़े की परंपराओं का पालन करते हुए सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में योगदान करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। इस अवसर पर महंत बलवीर गिरी, साध्वी अन्नपूर्णा गिरी, महामंलेश्वर महंत ललितानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, साधुबेला पीठाधीश्वर महंत गौरीशंकर दास, महंत केशवानंद, महंत रामरतन गिरी, महंत राजगिरी, महंत राकेश गिरी, महंत आनंद गिरी, महंत राधे गिरी, महंत रवि पुरी, महंत अलोक गिरी, श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक सहित गुजरात से आए श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
न, साधुबेला पीठाधीश्वर महंत गौरीशंकर दास, महंत केशवानंद, महंत रामरतन गिरी, महंत राजगिरी, महंत राकेश गिरी, महंत आनंद गिरी, महंत राधे गिरी, महंत रवि पुरी, महंत अलोक गिरी, श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक सहित गुजरात से आए श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।

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