हरिद्वार समाचार– निराला धाम की परमाध्यक्ष राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा है कि भगवान शिव की आराधना से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जो व्यक्ति गुरु गद्दी के माध्यम से भगवान शिव की शरण में पहुंचता है। उसका उद्धार निश्चित है। भूपतवाला स्थित निराला धाम में 32वें विराट शिव शक्ति महायज्ञ के शुभारंभ पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा कि विश्व कल्याण के लिए ब्रह्मलीन निराला स्वामी लहरी बाबा महाराज की प्रेरणा से प्रतिवर्ष शिवशक्ति महायज्ञ का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव की महिमा अपरंपार है। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्त का भगवान शिव कल्याण कर उसको भवसागर से पार लगाते हैं। युवा भारत साधु समाज के महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि देवों के देव महादेव भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव है। जो भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। राजमाता आशा भारती महाराज प्रतिवर्ष विश्व कल्याण हेतु शिव गद्दी पर विराजमान होकर कठिन साधना यज्ञ करती हैं। वृद्ध अवस्था में उनके द्वारा की गई कठोर साधना निश्चित ही संपूर्ण मानव जाति को लाभ प्रदान करती है। स्वामी हरिहरानंद महाराज ने कहा कि संतों का जीवन सदैव मानव कल्याण के लिए समर्पित रहता है। संतों के सानिध्य में ही व्यक्ति के उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। ब्रह्मलीन निराला स्वामी लहरी बाबा एक महान संत थे। जिनके पदचिन्हों पर चलकर राजमाता आशा भारती महाराज राष्ट्र कल्याण में अहम योगदान प्रदान कर रही हैं। युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेकर समाजसेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरूषों का स्वामी नित्यानन्द ने फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान स्वामी दिनेश दास, महंत सुमित दास, महंत सूरज दास, यजमान रमेश मिड्डा, राजकुमार अरोड़ा, संदीप कुमार, महेश इंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।