हरिद्वार समाचार- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि नगर निगम के अधिकारी अपनी कमाई के लिए जगह जगह रेहड़ी पटरी ठेली वालों से अतिक्रमण करवाते हैं। कुंभ मेला ही नहीं अपितु संपूर्ण काल में शहर में किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 22 नवंबर को सीएम निवास पर मुख्यमंत्री के साथ बैठक में इस मुद्दे का प्रमुखता से रखा जाएगा। रेलवे स्टेशन से शिवमूर्ति, श्रवणनाथ नगर का संपूर्ण एरिया अतिक्रमण की जद में है। पेशवाई मार्गो पर भी अतिक्रमण पूर्ण रूप से व्याप्त है। जिसे प्रशासन को तुरंत हटवाना चाहिए। निरंजनी अखाड़े में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि कुछ समय बाद संपूर्ण देश से संतों का आगमन हरिद्वार के लिए शुरू हो जाएगा। शंकराचार्य चैक के पास गंगा किनारे पार्क बनाना अनुचित है। पार्क के बनने से सड़क का स्वरूप और छोटा हो जाएगा। यदि सभी तेरह अखाड़ों के इष्टदेवों की मूर्तियां लगाकर घाट बनाए जाएं तो सड़क कहां बचेगी। सरकार का यह निर्णय सरासर गलत है। पार्क को तोड़कर सड़क का चैड़ीकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी अखाड़ा परिषद की बैठक में कोरोना काल के चलते कुंभ मेला दिव्य व भव्य कैसे संपन्न हो। इस पर सभी संत महापुरूष विचार विमर्श करेंगे। कुंभ के दौरान शाही स्नान होगा। लेकिन कोरोना की यदि यही रफ्तार रही तो स्नान के दौरान संतों की संख्या कम होगी।
श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने केंद्र सरकार से लव जेहाद पर कड़ा कानून बनाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को लव जेहाद पर कानून बनाने के लिए बधाई भी दी है। उन्होंने कहा कि लव जेहाद एक दीमक है। जो सनातन परंपरांओं को खत्म करने की एक साजिश है। लव जेहाद के आरोपियों को खुलेआम चैराहे पर फांसी दी जानी चाहिए। हिंदुओं की शालीनता का परिचय ना लें। अन्यथा गोधरा काण्ड की तरह कभी भी कोई अनर्थ हो सकता है।
वेब सीरिज आश्रम नाम से बनाए जाने का उन्होंने विरोध करते हुए कहा कि सनातन परंपरांओं से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संत महात्माओं को फिल्मों व सीरियल के माध्यम से गलत दिखाना बंद किया जाए। सेंसर बोर्ड को ऐसी फिल्मों पर रोक लगानी चाहिए।
श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज से यह भी मांग की कि जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू किया जाए। जिससे देश विकास की ओर अग्रसर हो सके। उन्होंने आशा जतायी है कि जिस तरह धारा 370 व तीन तलाक जैसे मुद्दों का हल निकाला गया है। उसी तरह से भाजपा सरकार ही जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू कर सकती है।