हरिद्वार, 22 नवम्बर। रेलवे रोड़ स्थित गरीबदासीय आश्रम में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास स्वामी रविदेव शास्त्री ने श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का श्रवण कराया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव भी मनाया। श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि जब पृथ्वी पर पाप बढ़ने लगा तो सभी देवताओं ने भगवान श्रीहरि से प्रार्थना की। भगवान श्री हरि ने प्रसन्न होकर देवताओं को बताया कि वे जल्द ही वासुदेव व देवकी के घर कृष्ण रूप में जन्म लेंगे और वृंदावन में मां यशोदा व नंदबाबा के घर बाल लीलाएं करेंगे। जब भगवान ने पृथ्वी पर श्रीकृष्णा अवतार धारण किया तो देवताओं के साथ स्वयं ब्रह्मा व शिव भी भगवान की लीलाओं के साक्षी बने। उन्होंने बताया कि पृथ्वी पर कहीं भी भगवान का जन्मोमोत्सव मनाया जाता है, तो देवी-देवता भी वहां अवश्य आते है और भगवान के जन्मोत्सव का आनंद लेते है। स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि जब भगवान ने कृष्ण के रूप में जन्म लिया था, तब पृथ्वी पर ना जाने कितने जन्मों से जीव भगवान की प्रतीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की कथा का श्रवण व उनके जन्मोत्सव में शामिल होने का अवसर पुण्यों के उदय होने पर मिलता है। उन्होंने कहा कि बाल लीलाएं करते हुए भगवान श्रीकृष्ण ने कंस और उसके राक्षसों का संहार कर मानव जाति को उनके अत्याचारों से मुक्ति दिलायी। स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, गौ गंगा धाम के सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मल दास, आचार्य पदम प्रसाद सुवेदी ने भी श्रद्धालु भक्तों को आशीवर्चनप प्रदान किए। कथा के मुख्य जजमान नवीन भाई और श्रीमती उर्मिला बेन ने व्यास पीठ का पूजन किया और फूलमाला पहनाकर सभी संत महापुरूषों का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर डा.संजय वर्मा, लोकनाथ, विजय शर्मा सहित बड़ी