हरिद्वार समाचार-ब्रह्मलीन चक्रवर्ती महामण्डेश्वर उषा माता महाराज एवं उनके परम शिष्य ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर स्वामी महादेव महाराज द्वारा गठित जय मां शरणम् मिशन के कुशल संचालन के लिए श्री शरण ज्योति मां को जय मां शरणम मिशन का नया अध्यक्ष चुना गया। हरिद्वार में जय मां मिशन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं महानिर्वाणी अखाड़ के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित संत समाज की बैठक में तिलक चादर देकर सभी ज्योति माताओं की सहमति से श्री शरण ज्योति मां को जय मां शरणम मिशन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बैठक में साध्वी शीतल ज्योति मां, साध्वी शरद ज्योति मां, साध्वी तरुण ज्योति मां, साध्वी परम ज्योति मां, साध्वी दिव्य ज्योति मां, साध्वी जीवन ज्योति मां, साध्वी अरुण ज्योति मां, साध्वी पूजा ज्योति मां, साध्वी प्रकाश ज्योति मां, रेशम ज्योति, कमल ज्योति, नंदलाल, ठाकुर मानसिंह, सुरेंद्र कुमार, सोनू कुमार, जगदीश चावला, जगबीर सिंह, मिंटू बागड़ी, अमरीत कौर, कृष्णा देवी, रामशरण, महेश भट्ट ने सर्वसम्मति से श्री शरण ज्योति मां को जय मां शरणम मिशन का नया अध्यक्ष चुना और उन्हें शुभकामनाएं प्रदान कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज ने जय मां मिशन की नवनियुक्त अध्यक्ष साध्वी श्री शरण ज्योति मां को बधाई देते हुए धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में जय मां मिशन ने हमेशा अहम भूमिका निभायी है। उन्होंने जय मां मिशन को महानिर्वाणी अखाड़े के साथ जोड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि मिशन की साध्वियों के प्रत्येक सुख दुख में अखाड़ा पूरा सहयोग करेगा। संत समाज आशा करता है कि शरण ज्योति मां के नेतृत्व में जय मां मिशन समाज की सेवा करते हुए आश्रमों द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों में निरंतर बढ़ोतरी करता रहे और संपूर्ण भारत में धर्म व संस्कृति की पताका को फहराए। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज व महंत कमलदास महाराज ने कहा कि संत परंपरा पूरे विश्व में भारत को महान बनाती है। जय मां मिशन अपने सेवा कार्यों से विश्व विख्यात है और समस्त ज्योति माताएं बखूबी मिशन की व्यवस्थाओं में अपना सहयोग प्रदान कर रही हैं। संत समाज सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता है। महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन चक्रवर्ती उषा माता एवं ज्योति मां स्वामी महादेव महाराज महान संत थे। जिन्होंने जीवन पर्यंत संत महापुरुषों की सेवा कर जय मां मिशन का गठन किया और पूरे भारत में धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए युवा संतो को प्रेरित किया। राष्ट्र निर्माण में उनका अतुल्य योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। स्वामी ऋषिश्वरानंद एवं स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि संत समाज अपने ज्ञान और विद्वत्ता के माध्यम से प्राचीन काल से ही समाज का मार्गदर्शन करता चला आ रहा है। जय मां मिशन एक धार्मिक संस्था है। जो संपूर्ण भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में धर्म का सकारात्मक संदेश प्रसारित कर रही है। श्री शरण ज्योति मां के नेतृत्व में जय मां मिशन धर्म के नए आयाम स्थापित करेगा। ऐसी समस्त संत समाज उनसे कामना करता है। जय मां शरण मिशन की अध्यक्ष्य बनाए जाने पर समस्त संत समाज व मिशन की साध्वियों का आभार व्यक्त करते हुए साध्वी शरण ज्योति मां ने कहा कि जो जिम्मेदारी संत समाज व मिशन की साध्वियों ने उन्हें सौंपी है। उस जिम्मेदारी का निष्ठापूर्वक पालन करते हुए ब्रह्मलीन उषा माता महाराज व ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज के अधूरे कार्यो को पूरा करेंगी तथा मिशन द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों को आगे बढ़ाएंगी। इस अवसर पर महंत जसविंदर सिंह, स्वामी हरिहरानंद, महंत कमल दास, स्वामी दिनेश दास, स्वामी आनन्द चैतन्य, स्वामी देवेंद्र तोमर, राजेश रस्तोगी, स्वामी केशवानंद ने भी जय मां शरणम मिशन की नवनियुक्त अध्यक्ष साध्वी श्री शरण ज्योति मां को शुभकामनाएं प्रदान की और उनके नेतृत्व में जय मां मिशन सेवा के क्षेत्र में और अधिक अग्रसर हो। इसके लिए उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया।