हरिद्वार, 1 फरवरी। बैरागी संतों ने बैठक कर अतिक्रमण के नाम पर बैरागी कैंप में रहने वाले बैरागी संतों का उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश ंिसंचाई विभाग के प्रति नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की निंदा की और बृहष्पतिवार से धरना शुरू करने का ऐलान किया। संतों ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बावजूद बावजूद उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर संतों का उत्पीड़न किया जा रहा है। बैरागी कैंप स्थित श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े में संतों की बैठक को संबोधित करते हुए बाबा बलराम दास हठयोगी ने कहा कि बैरागी कैंप की भूमि बैरागी अखाड़ों के लिए आरिक्षत कुंभ मेला भूमि है। कुंभ मेले के दौरान हमेशा बैरागी कैंप में तीनों बैरागी अखाड़ों की छावनियां लगती हैं। तीनों अखाड़े के कुछ संत कुटिया बनाकर रहते हैं और भजन कीर्तन आदि करते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग अतिक्रमण के नाम पर बार बार संतों का उत्पीड़न करता है। जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप से अतिक्रमण हटाने के मामले में हाईकोर्ट द्वारा जारी स्टे को भी विभाग नहीं मान रहा है। अतिक्रमण हटाने के नाम पर केवल बैरागी अखाड़ों को ही परेशान किया जा रहा है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। स्थानीय पार्षद सचिन अग्रवाल ने बताया कि कांग्रेस नेता धर्मवीर सैनी द्वारा बैरागी कैंप में अतिक्रमण के नाम पर हाईकोर्ट में पीएल डाली गई थी। इस पर सिंचाई विभाग द्वारा 658 परिवार की एक सूची बनाई थी। जिसे अवैध अतिक्रमण के नाम पर हटाया जाना था। इसको लेकर हम हाईकोर्ट गए और हमें स्टे मिला। इसमें 658 परिवारों के साथ श्रीपंच निर्माही अनी अखाड़ा, श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा व श्रीपंच दिगम्बर अनी अखाड़ा भी शामिल हैं। सचिन अग्रवाल ने बताया कि स्टे की प्रति कई दिन पहले ही यूपी सिंचाई विभाग को उपलब्ध करा दी गयी थी। इसके बावजूद संतों का उत्पीड़न किया जाना निंदनीय है। महंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की कार्रवाई निंदनीय है। अभी तक यह भी कंफर्म नहीं हो सका है कि यह भूमि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की है या उत्तराखंड सिंचाई विभाग की। जमीन किस विभाग की है यह तय होने के बाद उस विभाग से वार्ता की जाएगी। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप में स्थाई निर्माण की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ना ही उसे हटाया जा रहा है। केवल बैरागी अखाड़ों को ही निशाना बनाया जा रहा है। महंत गोविंददास व महंत पवित्रदास पुजारी ने कहा कि यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारी बैरागी अखाड़ों में तोड़फोड़ की भरपाई करें। भगवा चोले का अपमान व संतों का उत्पीड़न करने वाले अधिकारियों पर यूपी सरकार कार्रवाई करे। बैठक में महंत विष्णुदास, महंत बलराम दास हठयोगी, महंत रघुवीर दास, महंत प्रह्लाद दास, महंत पवित्रदास पुजारी, महंत प्रमोद दास, महंत बिहारी शरण, महंत सूरज दास, महंत प्रेमदास, महंत गोविंददास, महंत जयराम दास आदि संत मौजूद रहे।