हरिद्वार– श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की भ्रमणशील जमात कनखल स्थित श्री हरेराम आश्रम से उत्तर प्रदेश हसनपुर के झकडी गांव के लिए रवाना हुई। रवानगी से पूर्व जमात के श्रीमहंतों ने महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज के सानिध्य में पवित्र गोला साहेब का पूजन अर्चन किया और विश्व कल्याण की कामना की। इस अवसर पर श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के मुखिया महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि जमात झंडे वाले मंदिर झकड़ी के लिए रवाना हो रही है और वहां पर चातुर्मास तक विश्राम करेगी। इसके बाद सीतापुर, लखनऊ, गोंडा, बहराइच, अयोध्या होते हुए जमात प्रयागराज पहुंचेगी और आगामी कुंभ की तैयारियां प्रारंभ करेगी। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार और राष्ट्र में नैतिक भावनाओं की जागृति के लिए संतो की जमात पूरे देश में भ्रमण करती है। सभी को मानवता का संदेश देना। लोगों में पठन-पाठन स्वाध्याय और सिमरन के प्रति जागृति उत्पन्न करना ही संतों का मूल उद्देश्य है। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने धर्म के प्रचार प्रसार हेतु श्री राम कथा का आयोजन किया और आगे भी वह कथा का आयोजन करते रहेंगे। इसके लिए वह साधुवाद के पात्र हैं। संत समाज ईश्वर से उनकी दीर्घायु की कामना करता है। श्रीमहंत अद्वैतानंद महाराज ने कहा कि संतों का जीवन धर्म के संरक्षण संवर्धन और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु समर्पित रहता है। अब युवा पीढ़ी को इस कार्य की नैतिक जिम्मेदारी उठानी होगी। संत समाज सदैव ही भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर ज्ञान की प्रेरणा देता आया है और युवा संत भारतीय संस्कृति की रीढ़ हैं। जो राष्ट्र को उन्नति की ओर अग्रसर करने में अपना अहम योगदान प्रदान करेंगे। हरेराम आश्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने जमात के सभी संतो का आभार व्यक्त करते हुए उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया और कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं। जो जमात के श्रीमहंत और संतों ने संपूर्ण कार्यक्रम में उपस्थित रहकर उनका सहयोग किया। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन प्राचीन काल से ही संत परंपरा का निर्वहन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करता चला आ रहा है। हम सभी को अपने धर्म के प्रति जागृत रहकर देश को एकता के सूत्र में पिरोना चाहिए। तभी एक सशक्त समाज का निर्माण हो सकेगा। महंत केशव मुनि, महंत कृष्ण मुनि, कोठारी शास्त्री परमेश्वर मुनि महाराज ने भी जमात में शामिल सभी संतों का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। इस अवसर पर मुखिया महंत दुर्गादास, स्वामी वेदानंद, श्रीमहंत अद्वैतानंद, महंत दामोदर दास, महंत हंसराम दास, महंत दामोदर शरण दास, महंत सुतिक्ष्ण मुनि, महंत कृष्ण मुनि, महंत रामसागर मुनि, साध्वी प्रभा मुनि, महंत दर्शनदास, महंत जयेंद्र मुनि, स्वामी केशव मुनि, महंत प्रेमदास, महंत प्रकाश मुनि, महंत गोविंददास, महंत शुभम गिरी, स्वामी परमेश्वर मुनि आदि मौजूद रहे।