हरिद्वार, 7 अगस्त। जगजीतपुर पीठ बाजार स्थित प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में मंदिर के व्यवस्थापक और मुख्य यजमान कुलदीप वालिया के संयोजन में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ पर महिला श्रद्धालु भक्तों द्वारा भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। श्रद्धालु भक्तों को कथा श्रवण कराते हुए कथा व्यास भागवताचार्य नरेश चन्द्र शास्त्री ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा भवसागर की वैतरणी है। जो व्यक्ति के मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करती है। जो श्रद्धालु भक्त श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कर लेते हैं उनका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि कथा के श्रवण से व्यक्ति के जन्म जन्मांतर के पापों का शमन होता है और सोया हुआ ज्ञान व वैराग्य जागृत हो जाता है। श्रीमद् भागवत कथा कल्पवृक्ष के समान है। जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा देवताओं को भी दुर्लभ है। जिसके श्रवण से राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी और वर्तमान में भी इसके साक्षात प्रमाण देखने को मिलते हैं। इसलिए समय निकालकर सभी को कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। कथा के मुख्य यजमान कुलदीप वालिया ने व्यासपीठ की पूजा करते हुए सभी श्रद्धालु भक्तों का स्वागत किया और कहा कि वह बहुत ही सौभाग्यशाली है कि उन्हें श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि श्रावण मास में महादेव भगवान शिव के मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन अत्यंत कल्याणकारी हैं। युगों युगों के पुण्य उदय होने पर ही ऐसा अवसर प्राप्त होता है। श्रीमद् भागवत कथा पतित पावनी मां गंगा की भांति बहने वाली ज्ञान की अविरल धारा है। इसे जितना ग्रहण करो उतनी ही जिज्ञासा बढ़ती है और प्रत्येक सत्संग से अतिरिक्त ज्ञान की प्राप्ति होती है। हम सभी को अपने बच्चों में भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने के लिए धार्मिक क्रियाकलापों के माध्यम से उनको संस्कारवान बनाना चाहिए। इस अवसर पर यज्ञाचार्य पंडित पंकज जोशी, पार्षद विकास कुमार, अनिल मिश्रा, नितीश चैधरी, रजनी वालिया, रेखा, रितिका, ख्याति जौहरी, स्वाति, अनुष्का, सुनीता, नीलम, पूनम, कौशल, शिवानी जौहरी, रश्मि जौहरी, पुष्पा, सोनिका, उषा, ब्रजेश आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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