हरिद्वार समाचार– आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कुंभ मेले के आयोजन को लेकर भूपतवाला स्थित हरीधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का सबसे बड़ा उत्सव है। जिसमें करोड़ों श्रद्धालु भक्त हरिद्वार आगमन पर पतित पावनी मां गंगा में स्नान कर अपने जीवन को सफल बनाते हैं। करोड़ों सनातन प्रेमियों की आस्था का प्रतीक कुंभ मेला पूरे विश्व में एकता व अखंडता को कायम रखता है। कुंभ को सफल बनाना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला दिव्य और भव्य संपन्न हो इसके लिए अखाड़े आश्रम अपने स्तर पर सभी तैयारियां कर रहे हैं। बाहर से आने वाले संतों के लिए अखाड़ों और आश्रमों की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। जिससे बाहर से आने वाले संत महापुरुषों एवं श्रद्धालु भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन भी युद्ध स्तर पर कुंभ से जुड़ी सभी तैयारियां पूर्ण कर अखाड़े आश्रमों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं। क्योंकि 12 वर्ष की लंबी समय अवधि के बाद कुंभ मेले का आयोजन होता है। जिसका इंतजार सभी श्रद्धालु भक्तों को रहता है। मेला प्रशासन को कुंभ मेला ऐतिहासिक रूप से संपन्न कराकर संपूर्ण विश्व को एक सकारात्मक संदेश प्रदान करना चाहिए ताकि विश्व में व्याप्त कोरोना महामारी से भयभीत लोग भय से मुक्त हो सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा कुंभ मेले को लेकर जो गाइडलाईन जारी की गयी हैं। उसका सभी श्रद्धालु भक्त और संत महंत जिम्मेदारी से पालन करें। ताकि मा गंगा के आशीर्वाद से कोरोना जैसी महामारी देश से बिल्कुल खत्म हो जाए। इस दौरान स्वामी सत्यानंद गिरी, स्वामी नत्थीनंद गिरी, महंत विकास गिरी, श्रीमहंत गिरिजानंद सरस्वती, महंत शंकरानंद, आचार्य राजेश कृष्ण, आचार्य मनीष जोशी, नंदकिशोर व सुनील दत्त आदि मौजूद रहे।