हरिद्वार समाचार- निरंजनी अखाड़े के वरिष्ठ महामण्डलेश्वर व शंकराचार्य आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी सोमेश्वरानन्द गिरी महाराज ने मेला प्रशासन से हरिद्वार जनपद के सभी बार्डर पर धार्मिक कलाकृतियों से सजे भव्य प्रवेश द्वार बनाने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में म.म.स्वामी सोमेश्वरानन्द गिरी महाराज ने कहा कि कंुभ मेला भारतीय सनातन संस्कृति का मुख्य पर्व है। अगले वर्ष हरिद्वार में होने जा रहे कुंभ मेले में देश विदेश से लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए हरिद्वार पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए जनपद के सभी बार्डर पर धार्मिक कलाकृतियों से सुसज्जित भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाएं। जिससे श्रद्धालुओं को कुंभ व हरिद्वार की भव्यता का दर्शन हो तथा उनमें धार्मिक भावनाओं का संचार हो। सभी प्रवेश द्वार पर कुंभ के संबंध में पौराणिक जानकारी व अखाड़ों का इतिहास भी अंकित किया जाए। उन्होंने कहा कि संत महापुरूषों के आशीर्वाद से हरिद्वार कुंभ दिव्य व भव्य रूप से संपन्न होगा। कुंभ में हरिद्वार के गंगा तट पर होने वाला विशाल संत समागम देश व समाज को नई दिशा प्रदान करेगा। भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म की दिव्य छटा से पूरी दुनिया आलोकित होगी। स्वामी सोमेश्वरानन्द गिरी महाराज ने कहा कि जिस प्रकार गंगा घाटों को धार्मिक कलाकृतियों से सुसज्जित किया जा रहा है। उसी प्रकार बैरागी कैंप क्षेत्र को भी दृष्टिगत रखते हुए मेला प्रशासन धार्मिक कलाकृतियों से सजाया जाए। कुंभ मेले के दौरान लाखों बैरागी संत पूरे देश से बैरागी कैंप में आते हैं। कनखल से बैरागी कैंप को जोड़ने वाले पुल को जल्द पूरा कर क्षेत्र में कुंभ निर्माण कार्य प्रारम्भ किए जाएं। मुख्यमंत्री के 31 दिसंबर तक सभी कार्य पूरे करने के निर्देशों के बावजूद जिस धीमी गति से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। उसे देखते हुए नहीं लगता कि फरवरी तक भी कुंभ कार्य पूरे सकेंगे। इसलिए मेला प्रशासन को कार्यो की गति को तेज करना चाहिए।