हरिद्वार समाचार– गंगोत्री धाम से पवित्र जल कलश लेकर रावल शिव प्रकाश महाराज का निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में पहुंचने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज व श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। पवित्र ेेजल कलश को चरण पादुका मंदिर में रखा गया है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से होते हुए 29 नवंबर को जल कलश नेपाल पहुंचेगा। पवित्र जल से 30 नवंबर को पशुपतिनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया जाएगा। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि गंगा भारती संस्कृति व सनातन धर्म की पहचान है। गंगोत्री धाम से ले जाए जाने वाले पवित्र गंगा जल से नेपाल स्थित पशुपति नाथ मन्दिर में पूरे साल भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया जाता है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि बुधवार को कलश यात्रा मुरादाबाद के लिए रवाना होगी। इसके बाद लखनऊ, गोरखपुर स्थित गोरक्षनाथ मंदिर होते हुए कलश यात्रा नेपाल पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचेगी। जहां भगवान शंकर का जलाभिषेक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी कलश के गंगाजल से पूरे साल पशुपतिनाथ का अभिषेक किया जाता है। इस बार कलश यात्रा मां मनसा देवी मंदिर के निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में पहुंची। जहां परंपरा के तहत विधि विधान से कलश यात्रा का स्वागत किया गया। गंगोत्री धाम के रावल शिवप्रकाश ने बताया कि यह यात्रा सदियों से चल रही थी। बीच में किन्हीं कारणों से बंद हो गई थी। साहित्यिक और पुरातात्विक साक्ष्य मिलने के बाद सभी प्रमाण नेपाल सकार को मुहैया कराए गए। इसके बाद 15 साल पहले यात्रा फिर से शुरू की गई। इस अवसर पर महंत लखनगिरी, महंत दिनेश गिरी, महंत किशोर पुरी, महंत अंबिका पुरी, दिगंबर बलवीरपुरी, दिगंबर राजपुरी, स्वामी रविपुरी, स्वामी रघुवन, पदम् नारायण गिरि, महंत डोंगर गिरि, अनिल शर्मा, बिंदु गिरि, गुजरात आर्थिक निगम के चेयरमैन विमल उपाध्याय, हेमंत टुटेजा, प्रतीक सूरी, संदीप अग्रवाल, सुंदर राठौर, अर्जुन, मनोज मंत्री, डा.विशाल गर्ग आदि सहित संत-महंत उपस्थित रहे।