हरिद्वार, 09 अक्टूबर। योग, आयुर्वेद व स्वदेश के आंदोलन को विश्वव्यापी बनाने के उद्देश्य से पतंजलि योगपीठ के तत्वाधान में समृद्ध ग्राम में ‘मुख्य योग शिक्षक’ शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में पतंजलि योग समिति के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी स्वामी परमार्थदेव जी के दिशानिर्देशन में शिविर का समापन हुआ जिसमें मध्य प्रदेश पूर्व-पश्चिम, महाराष्ट्र पूर्व-पश्चिम, मुम्बई तथा गोवा के लगभग 500 सह-योग शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। उक्त सभी शिविरार्थी जिला व प्रांत स्तर पर 100-100 घण्टे का सह-योग शिक्षक का प्रशिक्षण प्राप्त कर यहाँ पधारे थे।
शिविर में सभी शिविरार्थियों ने पतंजलि योगपीठ के परमाध्यक्ष स्वामी रामदेव जी महाराज तथा महामंत्री आचार्य बालकृष्ण जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर स्वामी रामदेव जी महाराज के दिशानिर्देशन में विशेष सत्र आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य योग, आयुर्वेद, स्वदेशी के प्रति समाज में व्याप्त भ्रान्तियों को समाप्त कर पूरे विश्व को योगमय बनाना है।
स्वामी परमार्थदेव जी ने कहा कि स्वामी जी के संकल्प की सिद्धि के लिए पतंजलि योग समिति, महिला पंतजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान, युवा भारत, पतंजलि किसान सेवा समिति, सोशल मीडिया तथा हाम्रो स्वाभिमान के सभी कार्यकर्तागण दृढ़ संकल्पित हैं। उन्होंने बताया कि यहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त कर उक्त योग शिक्षक अपने-अपने जिला व प्रांत में जाकर निःशुल्क योग का प्रशिक्षण देंगे तथा साथ ही आयुर्वेद, स्वदेशी व स्वदेशी शिक्षा तथा राष्ट्रवाद का संचार करेंगे। उन्होंने बताया कि पतंजलि के तत्वाधान में संचालित इन शिविरों के माध्यम से शिविरार्थियों को पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के साथ-साथ एविडेंस बेस्ड आयुर्वेद, पंचकर्म, षट्कर्म, प्राकृतिक चिकित्सा, घरेलु उपचार, यज्ञ चिकित्सा, आहार चिकित्सा में भी पारंगत किया जा रहा है।
शिविर में स्वामी परमार्थदेव जी ने सभी शिविरार्थियों को यज्ञोपवित धारण कराकर संकल्पित कराया कि आजीवन देश में योग, आयुर्वेद, स्वदेशी तथा राष्ट्रवाद का प्रचार-प्रसार करेंगे।
शिविर में समय-समय अनेक विविध विषयों पर विद्वानों का सान्निध्य प्राप्त हुआ। इस शिविर में भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष श्री एन.पी. सिंह, महिला पतंजलि योग समिति की मुख्य केन्द्रीय प्रभारी डॉ. साध्वी देवप्रिया, मुख्य केन्द्रीय प्रभारी भाई राकेश, युवा केन्द्रीय प्रभारी स्वामी आदित्यदेव व स्वामी ऋतदेव आदि ने शिविरार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।