हरिद्वार

 पतंजलि विश्वविद्यालय, द्वारा छठे प्राकृतिक चिकित्सा दिवस’ के मौके पर CCRYN तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में समग्र स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है। उक्त सम्मेलन पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार के सभागार में आयोजित किया गया जिसमे योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया कि पतंजलि योगपीठ, प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर रही है इस अवसर पर सब मिलकर चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि
प्राकृतिक चिकित्सा औषधि रहित व दुष्प्रभाव रहित निरापद चिकित्सा प्रणाली है जिसके माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सहजता से प्राप्त किया जा सकता है। ज्ञात हो कि प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा दिया जा रहा है आयुष मंत्रालय से पहुंचे वैद्य राजेश कोटेजी ने बताया कि आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी द्वारा दी गई है प्रत्येक वर्ष 18 नवंबर को प्राकृतिक चिकित्सा दिवस मनाया जाता है।

 

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