कल्जीखाल। राजकीय महाविद्यालय कल्जीखाल में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हिन्दी की संवैधानिक स्थिति और उसके संवर्द्धन के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. बबलू कुमार ने विद्यार्थियों को हिन्दी दिवस के महत्व के बारे में बताया। राजकीय महाविद्यालय कल्जीखाल में हिन्दी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि हिन्दी सम्पूर्ण विश्व मंे बोली, समझी जाने वाली भाषाओं में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। हिन्दी सम्पूर्ण देश के गौरव व अस्मिता का प्रतीक है। डॉ. नीति शर्मा ने कहा कि हिन्दी भारत की पहचान है। इस पहचान को बनाए रखने के लिए हमें अधिक के अधिक हिन्दी को व्यवहार में लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की पहचान हिन्दी से ही है। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. निशा चौहान ने कहा कि हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को देश भर में मनाया जाता है। वर्ष 1949 को आज के दिन हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था। तब से लेकर आज तक सम्पूर्ण भारत में 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर डॉ. नीलम और डॉ. मनीषा रावत ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। प्रियांशी, किरन पटवाल, मीनाक्षी, रोनिका, अंजलि, अंकिता सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित रहे।