हरिद्वार: जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, इंसीडेंट रिस्पांश सिस्टम विशेषज्ञ श्री बी0बी0 गणनायक, एन0डी0आर0एफ0, गदरपुर 15वीं वाहिनी के कमाण्डेंट श्री सुदेश कुमार के नेतृत्व में शनिवार को पहली बार आॅन लाइन के माध्यम से हरिद्वार तहसील के अन्तर्गत श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र के कई गांवों में गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ आने की अचानक सूचना पर वृहद स्तर पर माॅक ड्रिल किया गया।
माॅक ड्रिल के अन्तर्गत मौसम विभाग ने पूर्व में भारी वर्षा होने के कारण विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ व जल भराव की स्थिति पैदा होने की चेतावनी दी गयी थी, जिससे जिला प्रशासन, एन0डी0आर0एफ0, एन0एस0एस0 स्वयं सेवक, आपदा मित्रों तथा पूरे सिस्टम को एलर्ट मोड में रखा गया था। माॅक ड्रिल के अन्तर्गत आज अचानक भारी वर्षा होने से आपदा प्रबन्धन कण्ट्रोल रूम को 12 बजकर 35 मिनट पर सूचना मिली कि हरिद्वार तहसील के अन्तर्गत श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र में भारी बाढ़ आ गयी है। इस सूचना को तुरन्त आपदा प्रबन्धन विभाग ने जिलाधिकारी/रिस्पांश अधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, प्लान सेक्सन, ई0ओ0सी0 कमाण्ड, एन0डी0आर0एफ0, एनएसएस स्वयं सेवक, आपदा मित्रों को देने के साथ ही वायरलेस के माध्यम से सभी जगह प्रसारित कराया तथा देखते-देखते हुटर की आवाज चारों तरफ गूंजने लगी एवं सड़कों पर प्रचार वाहन के माध्यम से प्रसारित किया जाने लगा कि श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र में बाढ़ आ गयी है तथा सभी क्षेत्रवासियों से अपील है कि वे बिना घबड़ाये सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जायें।
जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह तथा सम्बन्धित अधिकारी सूचना प्राप्त होते ही तुरन्त आपदा प्रबन्धन कार्यालय में बनाये गये आॅन लाइन कांफ्रेंस रूम में पहुंचे, जहां से बाढ़ग्रस्त क्षेत्र को आॅन लाइन जोड़ते हुये घटना स्थल की पूरी जानकारी ली गयी।
जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय को अधिकारियों ने बताया कि श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र में आई बाढ़ में 350 परिवारों एवं कई मवेश्यिों के फंसे होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने तुरन्त निर्देश दिये कि जल पुलिस, हैवी वोट को तुरन्त भेजा जाय, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को तैनात करें, क्षेत्र में मेडिकल टीम भेजी जाये तथा फंसे हुये परिवारों व मवेशियों को निकालने की तुरन्त कार्रवाई की जाये। थोड़ी देर में कण्ट्रोल रूम को श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र से सूचना मिली कि दो मकान क्षतिग्रस्त हुये हैं, लगभग 12 लोग घायल हुये तथा दो व्यक्ति लापता हुये हैं। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि वहां दो जे0सी0बी0 तुरन्त रवाना की जाये तथा बेल्चा, फाउड़ा आदि की व्यवस्था करें, मेडिकल टीम तथा दवाओं की पूरी व्यवस्था की जाये, सभी व्यवस्थाओं सहित चार एम्बुलेंस वहां भेजी जाये तथा वहां पर मेडिकल कैम्प चलाया जाये। मेडिकल टीम पहुंचने तक जो भी घायल हैं, उन्हें निकट के सी0एच0सी0 में भर्ती कराया जाये। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि जो क्षतिग्रस्त मकान हैं, उनका मलबा हटाया जाये तथा उनमें कोई दबा तो नहीं है, उसकी अच्छी तरह से खोजबीन की जाये।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने थोड़े अन्तराल के बाद आॅन द स्पाॅट(श्यामपुर कांगड़ी) एसडीएम हरिद्वार श्री पूरण सिंह राणा से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि जो दो व्यक्ति लापता थे, उनको खोज लिया गया है, जिन्हें डाॅक्टरों ने मृत घोषित किया है। जे0सी0बी0 व मेडिकल टीम तथा एनडीआरएफ, एनएसएस, आपदा मित्र सभी ने घटना स्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य प्रारम्भ कर दिया है।
जिलाधिकारी ने डी0एस0ओ0 को निर्देश दिये कि जो लोग बाढ़ में फंसे हैं, उनके लिये 400 पैकेट भोजन तथा 400 पानी की बोतलों की तुरन्त व्यवस्था की जाये तथा इनको वहां पहुंचाने की व्यवस्था परिवहन विभाग द्वारा की जायेगी तथा जल संस्थान को निर्देश दिये कि वहां पानी का टैंकर तुरन्त पहुंचाया जाये ताकि पानी आदि की कोई भी दिक्कत नहीं होनी चाहिये तथा विद्युत विभाग के अधिकारियेां को निर्देशित किया कि एक वहां उच्च क्षमता का जनरेटर तुरन्त भिजवाया जाये। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि लक्सर क्षेत्र के जल भराव वाले क्षेत्रों को भी अलर्ट कर दिया जाये। इस पर बताया गया कि लक्सर क्षेत्र के निवासियों को बाढ़ की सूचना से अलर्ट कर दिया गया है तथा टिहरी डैम प्रबन्धन को भी अभी पानी न छोड़ने के लिये सूचित कर दिया गया है तथा कण्ट्रोल रूम से पूरी परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देश दिये बाढ़ से कितने बच्चे, कितनी महिलायें, कितने पुरूष तथा कितने मवेशी प्रभावित हुये हैं, इसकी एक सूची तैयार कर लंे तथा रेस्क्यू सेण्टर की सभी व्यवस्थायें चुस्त व दुरूस्त रखें।
कण्ट्रोल रूम से थोड़ी देर में सूचना प्राप्त हुई कि भोजन के पैकेट, पानी की बोतलें तथा जनरेट आदि श्यामपुर कांगड़ी पहुंच चुके हैं तथा बचात कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय निरन्तर घटना स्थल पर कड़ी नजर रखे हुये थे तथा जहां पर जिस तरह की आवश्यकतायें आॅन द स्पाॅट महसूस की जा रहीं थी, उनकी तुरन्त व्यवस्था की जा रही थी।
घटना स्थल से अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ क्षेत्र में गंगा नदी का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। सभी बाढ़ से प्रभावित परिवारों मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है, मामूली घायलों का प्राथमिक उपचार कर दिया गया है, गंभीर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद मेला हाॅस्टिल भर्ती कर दिया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है, बाढ़ के कारण जिन दो व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, उन्हें मुआवजा देने की कार्रवाई प्रारम्भ कर दी गयी है।
माॅक ड्रिल के पश्चात डी0 ब्रीफिंग की गयी, जिसमें माॅक ड्रिल के पश्चात सभी ने अपने-अपने अनुभव साझा किये। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, इंसीडेंट रिस्पांश सिस्टम विशेषज्ञ श्री बी0बी0 गणनायक, एन0डी0आर0एफ015वीं वाहिनी के कमाण्डेंट श्री सुदेश कुमार आदि ने माॅक ड्रिल में अधिकारियों, एनडीआरएफ की तीनों टीमों, एनएसएस, आपदा मित्रों स्टेजिंग एरिया, इंसीडेंट साइट आदि में प्रभावी रिस्पांश देने के लिये बधाई दी तथा सभी का उत्साहवर्द्धन किया।
माॅक ड्रिल के मौके पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह, सिटी मजिस्ट्रेट श्री वृजेश तिवारी, एसपी सिटी श्री स्वतंत्र कुमार सिंह,, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण श्री विक्रम सिंह, डीपीआरओ श्री अतुल प्रताप सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी सुश्री सुलेखा सहगल, सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नलिनीत घिल्डियाल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत,एनएसएस स्वयं सेवक, आपदा मित्र सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।