हरिद्वार, 9 अगसत। श्री दक्षिण काली मंदिर में आयोजित निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिव अनुष्ठान में आंध्र प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री केवी उषा श्रीचरण ने हिस्सा लिया और भगवान शिव का रूद्राभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव के साधकों की कभी पराजय नहीं होती। भगवान शिव की पूजा से भक्तों का आत्मबल बढ़ता है और वह सदैव रोग मुक्त रहते हैं। भगवान शिव वैद्यनाथ हैं और उनकी कृपा जिस पर हो जाए। उसका कल्याण स्वयं ही निश्चित हो जाता है। भगवान शिव तत्काल और तुरंत प्रसन्न होने वाले देवता हैं। जो भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। इसीलिए उन्हें आशुतोष भी कहा जाता है। जो श्रद्धालु भक्त श्रावण मास में भगवान शिव की शरण में आ जाते हैं। उनका जीवन भवसागर से पार हो जाता है। महिला एवं बाल विकास मंत्री केवी उषा श्रीचरण ने कहा की स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज एक महान एवं तपस्वी संत हैं। जो संपूर्ण भारत में सद्भावना की कामना के साथ भगवान शिव की कठिन साधना सावन पर्यंत करते हैं। पूर्वोत्तर भारत में इतनी कठिन साधना और कहीं नहीं देखी जाती। श्री दक्षिण काली मंदिर कि अपनी विशेष मान्यता है। यहां आने वाले श्रद्धालु भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और शिव के साथ-साथ शक्ति का भी वरदान लोगों को प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि वह परम सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में पतित पावनी मां गंगा के पावन तट पर भगवान शिव के अभिषेक का अवसर प्राप्त हुआ है और वह बार-बार हरिद्वार आना चाहेंगे। इस अवसर पर स्वामी अवंतिका नंद ब्रह्मचारी महाराज ने महिला एवं बाल विकास मंत्री केवी उषा श्रीचरण को मां की चुनरी और नारियल भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान लाल बाबा,, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पांडे, स्वामी कृष्णानंद ब्रह्मचारी, बालमुकुंदानंद ब्रह्मचारी, स्वामी अनुरागी महाराज सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।