हरिद्वार-गुरुकुल कांगड़ी इंजीनियरिंग कैंपस के यांत्रिकी इंजीनियरिंग विभाग द्वारा मर्चेंट नेवी में मैकेनिकल इंजीनियरों के लिए उपलब्ध अवसरों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ प्रोफेसर विपुल शर्मा ने किया।

कार्यशाला में विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार लांबा ने एग्जीक्यूटिव शिप प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि श गौरव बंसल का स्वागत किया। डॉ. लांबा ने बताया कि मरीन इंजीनियरिंग में मैकेनिकल इंजीनियरों के लिए अनेक सुनहरे अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद मरीन इंजीनियरिंग के कोर्स और उससे जुड़े संभावित करियर विकल्पों पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता गौरव बंसल ने छात्रों को मरीन फील्ड के विभिन्न पहलुओं जैसे तकनीकी आवश्यकताओं, करियर की संभावनाओं और कार्यक्षेत्र की चुनौतियों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मरीन इंजीनियरिंग के लिए आवश्यक कोर्स, प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी।उन्होंने मर्चेंट नेवी में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान के बारे में भी मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि मर्चेंट नेवी में करियर चुनने से न केवल आर्थिक रूप से लाभ होता है, बल्कि यह विभिन्न देशों की यात्रा और नई संस्कृतियों को समझने का अवसर भी प्रदान करता है।
कार्यशाला संयोजक एवं इंटर्नशिप कॉर्डिनेटर डॉ. मयंक पोखरियाल ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यशाला में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के तृतीय और चतुर्थ वर्ष के छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया ।

कार्यशाला में विभाग के डॉ. प्रवीण कुमार पाण्डेय, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. जसबीर सिंह, डॉ. कपिलदेव शर्मा, डॉ. योगेश कुमार, और डॉ. प्रशांत कौशिक उपस्थित रहे।कुलपति प्रोफेसर हेमलता के. और कुलसचिव प्रोफेसर सुनील कुमार ने कार्यशाला के सफल आयोजन पर यांत्रिकी इंजीनियरिंग विभाग एवं संकाय को बधाई दी।

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