हरिद्वार, 25 अक्टूबर। पतंजलि गुरुकुलम् का वार्षिकोत्सव पतंजलि विश्वविद्यालय के सभागार में धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के परमाध्यक्ष स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि पतंजलि गुरुकुलम के वार्षिकोत्सव पर हमने उसका वैचारिक अधिष्ठान ‘एजूकेशन फॉर लीडरशिप’ रखा है। उन्होंने कहा कि जीवन में दो बातें महत्वपूर्ण हैं, एक हमारा वैचारिक अधिष्ठान और दूसरा उस विचार, संस्कार व स्वाभिमान को जीना। इस वार्षिकोत्सव की थीम अत्यंत गौरवपूर्ण व भारतीय संस्कृति की पोषक है।
स्वामी जी ने कहा कि हम पतंजलि गुरुकुलम् में विद्यार्थियों को आधुनिक विषयों के साथ-साथ वेद, दर्शन, व्याकरण आदि में निष्णात कर रहे हैं। हम अपने विद्यार्थियों में वह सामर्थ्य गढ़ना चाहते हैं जिससे वे विभिन्न क्षेत्रें में पूरे विश्व का नेतृत्व कर सकें। उन्होंने कहा कि हम देश के लाखों-करोड़ों भाई-बहनों का अभिनन्दन करते हैं अपने बच्चों को पतंजलि गुरुकुलम्, आचार्यकुलम्, पतंजलि विश्वविद्यालय तथा भारतीय शिक्षा बोर्ड के माध्यम से गढ़ना चाहते हैं। हम अपने विद्यार्थियों के भीतर उत्तम व्यक्तित्व, नेतृत्व व चरित्र विकसित कर अपने कुलवंश व भारतवर्ष को गौरव बढ़ाने वाले बनाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों में वह सामर्थ्य गढ़ना है जो राजा कृष्णदेव राय में उनके गुरु विद्यारण्य स्वामी जी ने गढ़ा था।
इस अवसर पर पतंजलि गुरुकुलम् के विद्यार्थियों ने देश के आध्यात्मिक व राष्ट्रवादी महापुरूषों मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम, बिरसा मुण्डा, रानी लक्ष्मीबाई, रानी वेलू नचियार, श्री राम आदि के जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत कर पूरा वातावरण अध्यात्मवाद व राष्ट्रवाद से ओतप्रोत कर दिया।
कार्यक्रम में माता गुलाब देवी, श्री एन.पी. सिंह, बहन ऋतम्भरा शास्त्री, स्वामी ईशदेव, साध्वी देववरण्या तथा पतंजलि गुरुकुलम् से सम्बद्ध सभी संन्यासीगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।