हरिद्वार-गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में द्विदिवसीय ज्ञानाग्नि महोत्सव के अंतर्गत “विकसित भारत” थीम पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों को भारत के विकास, तकनीकी प्रगति, सामाजिक जागरूकता और राष्ट्र निर्माण से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत “माई भारत युवा पोर्टल प्रेरणा कार्यक्रम” एवं “नशा मुक्त भारत अभियान” से हुई। इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रखर सिंह पाल ने “माई युवा भारत” कार्यक्रम की जानकारी दी और छात्रों को युवा संसद में प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया। वहीं, डॉ. दिलीप सराह ने “नशा मुक्त भारत अभियान” के महत्व को रेखांकित किया और छात्रों से इस अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए सक्रिय भागीदारी की अपील की।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मयंक पोखरियाल और अश्वनी ने बताया कि दो दिनों तक “विकसित भारत” पर विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। “विकसित भारत युवा संवाद” के अंतर्गत छात्रों ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव”, “कृत्रिम बुद्धिमत्ता”, “मानसिक स्वास्थ्य पर सोशल मीडिया का प्रभाव”, “भारत के विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका” तथा “पर्यावरण पर अधिक जनसंख्या का प्रभाव” जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संवाद किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम मिश्रा और आशुतोष मिश्रा विजेता घोषित हुए।
इसके अलावा, “विकसित भारत एक्सटेंपोर प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को निर्धारित समय में विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत करने थे। “आर्ट एंड क्राफ्ट” प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ, जिसमें “विकसित भारत” थीम पर रचनात्मक प्रस्तुतियाँ दी गईं।
छात्रों के ज्ञानवर्धन के लिए “भारत को जानो” प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें तकनीकी, वेद, विज्ञान एवं आर्य समाज से जुड़े प्रश्न पूछे गए। “कंटेंट क्रिएशन” प्रतियोगिता में छात्रों ने “युवा संसद” और “विकसित भारत” विषय पर सामग्री तैयार की।
“प्ले फॉर पर्पज” के तहत कैरम, चेस, बैडमिंटन और टेबल टेनिस जैसी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम का सफल संचालन छात्र संयोजकों मोहित शांडिल्य, राहुल प्रसाद, विनोद सिंह, विश्वास, उमंग कुमार, अरमान, रमित मालिक, मूवा राकेश, आयुष यादव, ध्रुव शर्मा, वंश चौहान आदि ने किया।
इस अवसर पर संकाय के डॉ. धर्मेंद्र बालियान, योगेश कुमार, अविरल अवस्थी, डॉ. अमन त्यागी, अभिशांत शर्मा आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंत में, संकाय अध्यक्ष प्रो. विपुल शर्मा, कार्यक्रम सचिव डॉ० संजीव लम्बा, डॉ० निशांत कुमार ने सभी आयोजकों, प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई दी और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करते हैं।