देहरादून
हाल ही में विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के चिंतन शिविर, नई दिल्ली में जारी Distribution Utilities Ranking (DUR) में यूपीसीएल द्वारा “विशेष श्रेणी राज्यों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। साथ ही, पूरे देश की 66 विद्युत वितरण कंपनियों की Overall Ranking में यूपीसीएल ने 8वां स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड राज्य का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री के संरक्षण एवं आशीर्वाद, मुख्य सचिव की प्रेरणा और प्रमुख सचिव की कुशल अगुवाई में यूपीसीएल की यह उपलब्धि उत्तराखंड के लिए एक गर्व का क्षण है। ज्ञातव्य है कि इस महत्वपूर्ण बैठक में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड के प्रबन्ध द्वारा प्रतिभाग किया गया था।
इसी क्रम में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के बाद Roadmap of Future पर परिचर्चा करने तथा कार्मिकों को और अधिक जागरूक एवं प्रेरित करने के उद्देश्य से आज दिनांक 22 फरवरी, 2025 को ऊर्जा भवन मुख्यालय, यूपीसीएल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में निगम की भविष्य की योजनाओं, ऊर्जा वितरण को और अधिक प्रभावी बनाने, उपभोक्ता संतुष्टि बढ़ाने एवं तकनीकी नवाचारों के समावेश पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPCL) के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया तथा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मुख्य विषयों पर प्रकाश डाला गया जिसमें अधिशासी अभियन्ता सुधीर कुमार सिंह द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया तथा कार्यक्रम के दौरान पंकज शर्मा, वरिष्ठ औद्योगिक अभियन्ता द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को Distribution Utilities Ranking (DUR) के मुख्य कारकों पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण कर अपने विचार साझा किए। तत्पश्चात् विकास गुप्ता, अधीक्षण अभियन्ता द्वारा वितरण क्षेत्र में आई०टी० प्रणाली की महत्वता के बारे में अपने विचार साझा किये। इसके अतिरिक्त प्रशांत बहुगुणा, अधीक्षण अभियन्ता द्वारा नवीनतम तकनीक ADRS प्रणाली के मुख्य लाभों व कार्यप्रणाली पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। कार्यक्रम में प्रबन्ध निदेशक के साथ सभी निदेशकगणों, अधिशासी निदेशकों व अन्य अन्य उपस्थित अधिकारियों द्वारा अपने विचार साझा किये। प्रबन्ध निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि यूपीसीएल ने इन रेटिंग्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जो पूरे निगम के लिए अत्यंत गौरव का विषय है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए यूपीसीएल के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनकी मेहनत, समर्पण और उत्कृष्ट सेवा के लिए हार्दिक बधाई दी जाती है। यह उपलब्धि विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता, उपभोक्ता सेवा एवं वितरण प्रणाली में सुधार हेतु निगम द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों का परिणाम है। साथ ही इस अवसर पर प्रबंध निदेशक ने निगम के आगे बढ़ने के लिए भविष्य कि परिकल्पना एवं संकल्पों हेतु निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर बल दियाः
उत्तराखण्ड में विद्युत वितरण नेटवर्क को सुदृढ़ बनाना, जिससे आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार हो।
HT कैपेसिटर बैंक, कॉम्पैक्ट 33/11 ज्ञट सबस्टेशन, ADRS जैसी नवीन तकनीकों को अपनाना, जिससे विद्युत वितरण प्रणाली का प्रदर्शन बेहतर हो।
केंद्रीय सरकार की RDSS योजनाओं, जैसे स्मार्ट मीटरिंग और लॉस रिडक्सन का प्रभावी एवं समयबद्ध क्रियान्वयन।
ACS&ARR गैप को कम करके UPCL को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
स्मार्ट मीटर द्वारा रिकॉर्ड किए गए डेटा के विश्लेषण हेतु AI/ML (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस / मशीन लर्निंग) का उपयोग, जिससे टाइम ऑफ डे (ToD) टैरिफ, डिमांड साइड रिस्पॉन्स एवं विद्युत चोरी को कम कर सिस्टम को और बेहतर बनाया जा सके।
• आधारभूत भार (बेस लोड) को सुरक्षित रखना एवं बेहतर विद्युत प्रबंधन द्वारा सभी उपभोक्ताओं के लिये निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना।
भविष्य में एनर्जी स्टोरेज उपकरण जैसे BESS (बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम), फ्लो बैटरियों का उपयोग, जिससे ग्रिड स्थिरता बनी रहे एवं पीक लोड की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
इस कार्यक्रम से निगम के सदस्यों को ऊर्जा क्षेत्र में नवीन तकनीकों एवं सुधारात्मक उपायों की विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई, जो भविष्य में निगम की प्रगति को और अधिक सशक्त बनाएगा। यूपीसीएल का मुख्य उद्देश्य ‘हर उपभोक्तागण को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराना’ है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएँ मिलें और उत्तराखंड राज्य ऊर्जा क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर हों।