हरिद्वार।
पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, हरिद्वार द्वारा ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। एनआरएलएम हरिद्वार के द्वारा चिन्हित, स्वयं सहायता समूह की ग्रामीण महिलाओं के लिए, छः दिवसीय वन जीपी-वन बीसी सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आर सेटी हरिद्वार के तत्वावधान में बुधवार से प्रारम्भ किया गया जिसके माध्यम से समूह की महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा l प्रशिक्षण के उपरांत आईआईबीएफ मुंबई के द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर प्रामाणिक बीसी के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में, महिलाएं बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में सक्षम होंगी एवं इस क्रम में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जहाँ बैंक की शाखाएं नहीं हैं, वंचित वर्ग को वित्तीय समावेशन में भागीदार बनाने की वाहक बनेंगी l इस अवसर पर संस्थान के निदेशक श्री राजन भारद्वाज ने कहा कि, “यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम आशा करते हैं कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाएं अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकेंगी और वंचित वर्ग को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभाएंगी l” उन्होंने सूचित किया कि बीसी सखी का प्रशिक्षण एवं परीक्षा को सफलतापूर्वक पूरा करने के उपरांत प्रमाण-पत्र भी प्रदान किये जाएंगे l
प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन मुख्य अतिथि के रूप में सुश्री नलिनीत घिल्डियाल, सहायक परियोजना निदेशक एवं जिला मिशन प्रबंधक एनआरएलएम ने उपस्थित होकर महिलाओं का उत्साहवर्धन किया l उन्होंने बताया कि समूह की ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण एवं वंचित वर्ग को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में उनकी अग्रणी भूमिका को सुनिश्चित करने की दिशा में एनआरएलएम हरिद्वार इकाई और आर सेटी हरिद्वार के द्वारा यह संगठित प्रयास किया जा रहा है l उन्होंने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए उन्हें सलाह दी कि प्रशिक्षण के दौरान समझाए जा रहे विषयों को ध्यानपूर्वक सुनना और समझना चाहिए एवं आत्मसात करना चाहिए ताकि भविष्य में बीसी सखी के रूप में कार्य करते हुए वे अपने उत्तरदायित्वों का भली प्रकार निर्वहन कर सकें l
इस अवसर पर संस्थान में कार्यरत स्टॉफ सदस्य श्रीमती गीता कपूर ,सुश्री मर्यादा पाल, मोहम्मद शाकिब, श्रीमती शालू कश्यप एवं श्री राजेश कुमार उपस्थित रहे l