नई दिल्ली, 12 जुलाई। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी से नई दिल्ली में हिमालयी पर्यावरण अध्ययन एवं संरक्षण संगठन (हेस्को) के संस्थापक पद्मभूषण डा0 अनिल प्रकाश जोशी ने मुलाकात की। इस अवसर पर पर्यावरणविद् डा. जोशी ने कृषि मंत्री गणेश जोशी से औद्योनिक क्षेत्र में नई दिशा तैयार करने को लेकर आग्रह किया और अपने सुझाव दिए। पर्यावरणविद् अनिल जोशी ने कृषि मंत्री से 10 हजार फल वृक्षों की मांग की ताकि गांव के संगठनों का नेटवर्क बनाते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जा सके।
पर्यावरणविद् अनिल जोशी ने मिलेट्स (श्री अन्न) को मंदिरों में प्रसाद के रूप में प्रारंभ किए जाने का सुझाव भी दिया। अनिल जोशी ने कहा उत्तराखंड के विकास में मंदिर, मिट्टी, मां गंगा, महिला और श्रीअन्न अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। पर्यावरणविद् ने कहा कि जो अच्छे और स्थाई किसान हैं, जिन्होंने खेती-बाड़ी में नए प्रयोग किए हैं, उनके साथ एक बैठक की जाए। इस दौरान अनिल जोशी ने कृषि मंत्री गणेश जोशी से हेस्को का विजिट करने त्तथा संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों का अवलोकन करने का आग्रह भी किया।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने पर्यावरणविद् अनिल जोशी के सभी बिंदुओं को स्वीकारते हुए कहा कि उत्तराखंड के विकास में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मंत्री ने कहा शीघ्र ही मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संत समाज तथा मठाधीश, पंडा समाज हक हकुकधारियों के साथ श्री अन्न को मंदिरों में प्रसाद के रूप में शुरू किए जाने को लेकर एक बैठक की जाएगी। मंत्री ने कहा हेस्को द्वारा श्री अन्न का प्रसाद 03 माह तक खराब न हो सके इसपर व्यापक स्तर पर रिसर्च की गई है। उन्होंने कहा सरकार हेस्को के साथ समन्वय बनाकर हेस्को के अनुभवों का लाभ भी लेगी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस संबंध में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक आहूत की जाएगी। जिसमे प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पंडा समाज संत समाज, बुद्धिजीवियों के सुझाव उसमे लिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि श्री अन्न को कैसे अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाय। उसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृव में निरंतर प्रयास कर रही है। मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को टेलिफोनिक माध्यम से निर्देश देते हुए कार्ययोजना को तैयार कर शीघ्र ही कार्यान्वित किया जाए। कृषि मंत्री ने बताया कि मिलेट्स श्रीअन्न स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद लाभदायक है। उन्होंने कहा कि हेस्को द्वारा प्रदेश के 70 गांव में कार्य किया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि शीघ्र ही देहरादून में हॉर्टिकल्चर एग्रीकल्चर मिलेट्स के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग तथा नई तकनीक का इस्तेमाल करने वाले किसानों के साथ एक बैठक की जाएगी। मंत्री ने कहा प्रदेश में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए 1950 हेक्टेयर में नमामि गंगे प्राकृतिक कृषि कॉरिडोर योजना एवं 6400 हेक्टेयर में मुख्यमंत्री प्राकृतिक कृषि योजना प्रारम्भ की गई है। इसके द्वारा अगले 3 वर्षों में प्रदेश के 15000 से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। मंत्री ने कहा प्राकृतिक खेती के लिए 1950 हेक्टेयर भूमि जो चिन्हित की गई है, उसमें हेस्को का अनुभवों का लाभ भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा श्रीअन्न को बढ़ावा देने तथा इसके अधिक उत्पादन के लिए राज्य सरकार सरकार संकल्पबद्ध है।