हरिद्वार,7 मार्च 2024
भारत की मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समर्पित NRLM के अंतर्गत LOKOS APP से सम्बंधित कार्यशाला का समापन, आचार्य बालकृष्ण ने की NRLM की प्रगति की सराहना ।
आज दिनांक 07 मार्च 2024 को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूहों के रिकार्ड्स को डिजिटाइज़ किये जाने हेतु तैयार किये गए LokOS App से सम्बंधित कार्यशाला का पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार में शानदार समापन हो गया। कार्यशाला के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में पतंजलि योगपीठ के सह-संस्थापक आचार्य श्री बालकृष्ण, हरिद्वार के CDO श्री प्रतीक जैन एवं अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रदीप कुमार पाण्डेय मौजूद रहे। 4 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (USRLM) द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में देश के 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, अरुणांचल प्रदेश, लद्दाख, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड के प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला के समापन के मौके पर पतंजलि योगपीठ सह-संस्थापक आचार्य श्री बालकृष्ण जी द्वारा NRLM द्वारा लोकोस APP की कार्यशाला की उपयोगिता की सराहना करते हुए सभी से महिला सशक्तिकरण एवं समृद्ध गांव के मिशन पर कार्य करने का आह्वान किया। इस मौके पर हरिद्वार के मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन ने महिला सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे विभिन्न कार्यों एवं गतिविधियों की जानकारी देने के साथ ही पतंजलि से मिल रहे सहयोग की जमकर प्रशंसा की। पतंजलि द्वारा किये जा रहे कार्यों को डिजिटाइज़ किये जाने पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा NRLM द्वारा महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्यों को LokOS App के माध्यम से डिजिटाइज़ करने हेतु सहयोग किये जाने की बात कही गयी। USRLM के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रदीप कुमार पाण्डेय ने कार्यशाला के समापन के पर पतंजलि विश्विद्यालय का विशेष सहयोग का आभार व्यक्त करते हुए LOKOS APP से स्वयं सहायता समूहों को मिल रहे लाभों की जानकारी दी। कार्यशाला में NMMU के राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक श्री प्रभात ने LOKOS APP के द्वारा समूहों के लेन-देन की प्रक्रिया को आसानी से करने की बात पर जोर दिया।
कार्यशाला का सञ्चालन करते हुए USRLM के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री प्रदीप कुमार पाण्डेय द्वारा USRLM के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी गई इसी के साथ उन्होंने पतंजलि विश्विद्यालय द्वारा किए सहयोग का आभार व्यक्त करते हुए आचार्य बालकृष्ण जी को विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया।
बता दें कि लोकोस एप्प को पूरे देश में एसएचजी नेटवर्क के अंत से अंत तक डिजिटलीकरण की सुविधा के लिए विकसित किया गया है। इसे वेब और मोबाइल दोनों प्लेटफार्मों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अलग उपयोगकर्ता प्रोफ़ाइल और सुविधाएँ हैं। वेब एप्लिकेशन सी. बी. ओ. (एस. एच. जी./वी. ओ./ सी. एल. एफ.),उनके बुककीपर्स द्वारा अनुमोदन में लगे विभिन्न स्तरों की सेवाएं प्रदान करता है। दूसरी ओर मोबाइल एप्लिकेशन को कम समय के भीतर जमीनी स्तर पर बैठकों के लेनदेन और सीबीओ सदस्य के पंजीकरण जैसी गतिविधियों पर डेटा को कुशलता से रिकॉर्ड करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह एप्प सी. बी. ओ. को सूचना प्रबंधन की पारंपरिक पद्धति को डिजिटल प्लेटफॉर्म में लाने में सक्षम बनाता है जिसमें बचत, ऋण और पुनर्भुगतान की रिकॉर्डिंग शामिल है। एप्प का प्राथमिक उद्देश्य पारदर्शिता को बढ़ाने के साथ डिजिटलीकरण करना है।
4 दिवसीय LOKOS APP कार्यशाला का इस उद्देश्य के साथ समापन हुआ कि विभिन्न प्रांतों से आई यूएसआरएलएम की टीम LOKOS APP के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों की लेने देने की प्रक्रिया को एप्प के माध्यम से करेगी जिससे लेने देने की प्रक्रिया में सुगमता से होगी।