हरिद्वार: जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता मंे शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई।
जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल को बैठक में अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण श्री सुरेश तोमर ने सड़क सुरक्षा एवं दुर्घटना न्यूनीकरण के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने बैठक में सर्वप्रथम अधिकारियों से शहर में बढ़ते हुये ई-रिक्शा के सम्बन्ध में जानकारी ली, तो अधिकारियों ने बताया कि जनपद में लगभग 8700 ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं तथा ई-रिक्शाओं की संख्या सीमित करने के सम्बन्ध में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासन को पुनः अनुस्मारक भेजा जाये।
जिलाधिकारी ने बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि चण्डीदेवी मार्ग के पास पहाड़ी से गिरने वाले पत्थरों/बोल्डर से होने वाली जनहानि को रोकने हेतु किये जाने वाले कार्य के लिये वांछित क्षेत्रफल के विवरण सहित वांछित भूमि का प्रस्ताव आपदा प्रबन्धन को भेजना सुनिश्चित करें ताकि इस कार्य को जल्द से जल्द किया जा सके। उन्होंने चण्डीदेवी से लेकर आगे तक जो रोड खराब है, के सम्बन्ध में अधिकारियों से पूछा तो अधिकिारियों ने बताया कि इसका टेण्डर आमंत्रित कर लिया गया है तथा अक्टूबर माह में कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने एनएचआई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पर भी क्रेश वैरियर लगने हैं, उन्हें लगाना सुनिश्चित करें।
श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने हिट एण्ड रन के मामलों में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि हिट एण्ड रन के 53 केस लम्बित हैं। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की तथा हिट एण्ड के मामलों को गंभीरता लेने की हिदायत देते हुये निर्देश दिये कि इस तरह की कोई भी दुर्घटना होती है, तो उसकी सूचना 24 घण्टे के भीतर सम्बन्धित एसडीएम को देना सुनिश्चित करें ताकि ऐसे मामलों में जिनको जो मुआवजा मिलना है, उसकी कार्रवाई जल्द से जल्द की जा सके।
बैठक में ब्लैक स्पॉट की चर्चा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि जनपद में कुल 40 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किये गये हैं, जिनमें से 27 ब्लैक स्पॉट्स का सुधारीकरण कर लिया गया है तथा शेष में सुधारीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने वाल्मीकि चौक से चण्डी चौक तक सड़क चौड़ीकरण के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि विगत 18 सितम्बर को सम्बन्धित सड़क के चौड़ीकरण के सम्बन्ध में संयुक्त निरीक्षण किया गया, जिसमें चौड़ीकरण के लिये कुछ अतिरिक्त भूमि सहित कुछ पेड़ों के प्रत्यारोपण की भी आवश्यकता पड़ेगी, इस जरूरत को दूर करने के पश्चात सड़क चौड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने बरसात की वजह से जगह-जगह सड़कों के गड़ढों को दूर करने के कार्य की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली तो लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग खण्डों व लोक निर्माण विभाग के सड़क मरम्मत के कार्य प्रगति पर हैं, जिसे आगामी अक्टूबर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने अन्य विभागों-सिंचाई, बीएचईएल, ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी सड़कों को जल्द से जल्द गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में ऐसे अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी प्रकट की, जिनको बैठक में अवश्य रूप से होना चाहिये था, इस पर उन्होंने ऐसे अनुपस्थिति अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिये।
बैठक में जिलाधिकारी ने एआरटीओ को निर्देश दिये कि सड़क सुरक्षा एवं नशा मुक्ति के सम्बन्ध में आगामी नवम्बर में एक बृहद जागरूकता अभियान स्कूल, कॉलेजों में प्रार्थना के समय चलाना सुनिश्चित करें, जिसके लिये एक योजना बना ली जाये, जिसमें जनपद के सभी अधिकारियों सहित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को भी शामिल किया जाये।
बैठक में बस अड्डे से लेकर वाल्मीकि चौक तक अत्यधिक भीड़भाड़ पर विचार-विमर्श हुआ, जिस पर समिति के सदस्यों ने बताया कि इस क्षेत्र में दुकानों के बाहर आधी रोड तक अतिक्रमण रहता है। इसपर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में सम्बन्धित क्षेत्र के दुकानदारों को जागरूक करें तथा तब भी अगर सुधार नहीं होता है, तो इस क्षेत्र से एक दिन निर्धारित करके अतिक्रमण हटाया जाये। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी अगर अवैध अतिक्रमण है, तो वह बिल्कुल भी सहन नहीं किया जायेगा तथा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों से एन0एच0 से हटाये गये अतिक्रमण के सम्बन्ध में भी जानकारी ली।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, डिप्टी कलक्टर श्री मनीष सिंह, एसपी0 टैªैफिक, एआरटीओ सुश्री रश्मि पन्त, एनएचएआई से श्री आलोक शर्मा, श्री अमित शर्मा, एसीएमओ, एसएनए रूड़की श्री एस0पी0 गुप्ता, सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।