दिनांक 23 जून,2023
हरिद्वार: श्री सतपाल महाराज मा0 मंत्री पर्यटन, धर्मस्व, संस्कृति, सिंचाई, लोक निर्माण, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण की अध्यक्षता में शुक्रवार को मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) में आगामी 04 जुलाई से प्रारम्भ होने वाले कांवड़ यात्रा-2023 की तैयारियों के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा का इतिहास, कांवड़ यात्रा की समयावधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों का क्या अनुपात है, वर्ष 2002 से अब तक कितने कांवड़िये पवित्र गंगाजल लेने आये, कावंड़ यात्रा के क्या-क्या नियम रहेंगे, कांवड़ मार्गों का विवरण, वैकल्पिक मार्गों का विवरण, कांवड़ यात्रा की क्या-क्या चुनौतियां हैं, रोड़ीबेलवाला, बैरागी कैम्प सहित पार्कों में की गयी व्यवस्था, कावंड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, सरकारी तथा गैर सरकारी प्रमुख स्टेक होल्डर, कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु प्रशासन की व्यवस्था, कांवड़ मेले की दृष्टि से स्वास्थ्य, नगर निगम आदि विभागों द्वारा की जा रही तैयारियां आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
मा0 कैबिनेट मंत्री ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि ईश्वर ने उन्हें कांवड़ मेले के निमित्त लोगों की सेवा करने का मौका दिया है। इसलिये वे अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हुये कांवड़ मेले को सकुशल सम्पन्न करायें। उन्होंनें अधिकारियों को निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा का अब तक का जो इतिहास रहा है, उसका आम जन मानस में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होंने अधिकारियों से इस वर्ष की कांवड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के सम्बन्ध मे जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि हर वर्ष इसमें इजाफा हो रहा है, उसी को देखते हुये इस वर्ष पांच करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
कांवड़ मेले के संचालन के लिये बनाई गयी व्यवस्था के सम्बन्ध में मा0 कैबिनेट मंत्री द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ मेले को 12 सुपर जोन, 32 जोन तथा 119 सेक्टरों में बांटा गया है, जिसके पूरे संचालन के लिये पांच नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं। इस पर मा0 कैबिनेट मंत्री ने निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा संचालन के लिये जितने भी अधिकारियों की तैनाती की गयी है, उनके मोबाइल नम्बरों का भी प्रचार-प्रसार किया जाये ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे सम्पर्क किया जा सके।
श्री सतपाल महाराज ने बैठक में बताया कि प्रतिमाह कोई न कोई तीज, त्योहार तथा मेले आयोजित होते रहते हैं, जिसके लिये सरकार भविष्य में एक मेला प्राधिकरण के गठन पर विचार कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कांवड़ यात्रा की प्रमुख तिथियों के दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की जाये।
मा0 कैबिनेट मंत्री ने कांवड़ यात्रा के क्या-क्या नियम निर्धारित किये गये हैं तथा क्या-क्या चुनौतियां हैं, के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी, कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे, जिससे नुकसान पहुंचने की संभावना हो तथा व्यापारी बन्धु भी इस तरह की कोई भी सामग्री की बिक्री नहीं करेंगे। कांवड़ियों को निर्धारित ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन करना होगा। इस पर मा0 कैबिनेट मंत्री ने ऐसे कांवड़ियों, जो अपने दुपहिया वाहन का साइलेंसर निकाल कर चलते हैं, से अपील की कि वे इस तरह के कार्य न करें, क्योंकि यह ध्वनि प्रदूषण के नियमां का उल्लंघन होने के साथ ही कष्टकर वातावरण भी बनाता है, जो बीमार बुजुर्ग आदि सभी के लिये कष्टकर होता हैै। उन्होंने विगत वर्ष साइलेंसर रहित वाहनों में आग लगने की घटनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कांवड़िये व्यवस्था में अपना पूरा सहयोग दें ताकि कांवड़ यात्रा का जो उद्देश्य मां गंगा का पवित्र जल अपने-अपने गन्तव्य को ओर ले जाना है, वह श्रद्धापूर्वक, शान्तिपूर्ण व सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में पूरा हो सके।
मा0 कैबिनेट मंत्री ने कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पार्किंग व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि मोतीचूर, रोड़ीबेलवाला, बैरागी सहित 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। सभी पार्किंग स्थलों का निरीक्षण कर लिया गया है तथा 70 प्रतिशत कार्य सम्पन्न हो चुका है। झाड़ियां आदि काटने, सांप काटने की घटनायें आदि के सम्बन्ध में मा0 कैबिनेट मंत्री द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि झाड़ियां काटने का काफी कार्य सम्पन्न हो चुका है, तथा जहां पर छिटपुट बचा है उसको भी काटने का कार्य जल्दी ही पूरा कर लिया जायेगा। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान स्नेक कैचर आदि को प्रमुखता से लगाने के साथ ही स्नेक बाइट की घटनाओं के इलाज की आपसी सामंजस्य से पूरी व्यवस्था की जायेगी।
श्री सतपाल महाराज ने बैठक में पीने के पानी की व्यवस्था तथा शौचालयों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे शौचालयों की संख्या में और बढ़ात्तरी करें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से सड़कों आदि को गड्ढामुक्त करने के बारे में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर कार्य पूर्ण हो चुका है।
मा0 कैबिनेट मंत्री द्वारा स्वास्थ्य सम्बन्धी तैयारियों की जानकारी लेने पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि 21 स्वास्थ्य कैम्प लगाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त सभी अस्पतालों में हर तरह के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। कोविड-19 का जिक्र करते हुये मा0 कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अभी कोविड गया नहीं है, इसलिये कोविड से निपटने के लिये भी अपनी पूरी तैयारी रखें। इस पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि एण्टीजन टेस्ट सहित कोविड-19 से निपटने के लिये हमारी पूरी तैयारी है। उन्होंने बैठक में नगर निगम/नगर पालिका परिषद आदि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे साफ-सफाई आदि का पूरा ध्यान रखें।
बैठक में श्री सतपाल महाराज ने जितने भी दुकानें हैं, उनमें रेटलिस्ट लगाने, खाद्य सुरक्षा तथा उसकी गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने, कम्प्रिहैंसिव ट्रैफिक प्लान लाने, कांवड़ मेले में शान्ति व्यवस्था के लिये पुलिस फोर्स की व्यवस्था, इंटलीजेंस फीड बैंक, प्रमुख स्थानों में सीसी टीवी कैमरे स्थापित करने आदि के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुये अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी श्री बीर सिंह बुदियाल, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, एस0पी0 सिटी श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक सुश्री रेखा यादव, एमएनए रूड़की/एसडीएम लक्सर श्री विजयनाथ शुक्ल, डीएफओ श्री नीरज शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनीष दत्त, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री संदीप गोयल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष श्री लव शर्मा, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण, श्री सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान श्री मदन सेन, ईई विद्युत श्री एस.एस.उसमान, रेडक्रास सचिव डॉ0 नरेश चौधरी, एआरटीओ सुश्री रश्मि पन्त, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, पर्यटन अधिकारी श्री सुरेश सिंह यादव, पंचायती राज से श्री महेश कुमार विश्नोई, सिंचाई सहित सम्बन्धित पदाधिकारी/अधिकारीगण उपस्थित थे।