देहरादून समाचार– जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स एवं जनपद स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में सम्पन्न हुई।
जिला टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी ने श्रम विभाग एवं जिला टास्क फोर्स समिति से जुड़े विभागों एवं संस्थाओं के अधिकारियों/पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि बाल श्रम एवं भिक्षावृति पर विशेष ध्यान रखते हुए निरन्तर छापेमारी की जाएं तथा इसमें संलिप्त व्यक्तियों पर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि छापेमारी के दौरान बाल श्रमिक एवं भिक्षावृति करते हुए पाए गए बच्चों के अभिभावकों की पहचान भी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जो बच्चे चिन्हित किये जाते है उनके संरक्षण/सुरक्षा एवं शिक्षा पर विशेष प्रबंध किया जाए। उन्होंने कहा कि समिति को विशेष कार्य करते हुए सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाए। इसमें स्थानीय अभिसूचना इकाई को भी शामिल किया जाए ताकि अन्य राज्यों से भिक्षावृति एवं बाल श्रम हेतु लाए जाने वाले बच्चों की सूचना पूर्व में ही प्राप्त हो जाए तथा इस कार्य में लिप्त व्यक्तियों की धर-पकड़ करते हुए उनके विरूद्ध निर्धारित प्राविधानों के अनुरूप ठोस कार्यवाही की जा सके। उन्होंने टास्क फोर्स से जुड़े अधिकारियों एवं संस्थाओं को बाल श्रम की शिकायतों एवं ऐसे स्थानों जहां पर बाल श्रम किए जाने की संभावना हो वहाँ पर छापेमारी की जाए।
जिलाधिकारी ने श्रम विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि तुरन्त संयुक्त टास्क फोर्स का गठन करें इसमें एंटी ह्यूमेन ट्रेफिक के सदस्यों एवं अन्य स्वयंसेवी संस्था के सदस्यों को भी जोड़े। उन्होंने इस बात को विशेष ध्यान दिऐ जाने के निर्देश दिए फेक्ट्री, भीख मांगने तथा घरेलू प्रतिष्ठानों तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में संक्षिप्त बच्चों को उनके अभिभावकों तक पहुंचाने के प्रयास किये जाएं बैठक में उन्होंने बचपन बचाओ अभियान के सदस्यों को बालश्रम रोकथाम को लेकर एस.ओ.पी बनाये जाने को कहा ताकि संबंधित विभाग की जिम्मेदारी तय हो जायं। उन्होंने बच्चों के माध्यम से जनपद में हो रही भिक्षा वृत्ति के पीछे किसी गिरोह की संलिप्तता को देखते हुए पुलिस एवं श्रम विभाग को त्वरित गति से कार्यवाही किए जाने के निर्देश बैठक में दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित विभाग खानापूर्ति न करते हुए इन्फोर्समैंन्ट कराये तथा निरंतर छापेमारी की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रतिष्ठानों, दुकानों, ठेली-रेहड़ी, निर्माणाधीन साइटों, जहां बाल मजदूरी की सम्भावना अधिक रहती है, पर भी छापेमारी/निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि जो बच्चे बाल मजदूरी एवं भिक्षावृति करते हुए पाए जाते है, उनका पूर्ण डेटावेस तैयार करें। जिलाधिकारी ने बैठक में पुलिस द्वारा चलाये जा रहे आपरेशन स्माइल एवं मुक्ति के साथ श्रमविभाग आपस में समन्वय बनाते हुए सूचनाओं का आदान-प्रदान करना सुनिश्चत करें। बैठक में बताया गया कि इस दौरान 5 स्थानों पर रेस्क्यू के साथ 2 स्थानों पर एफआईआर तथा चालान की कार्यवाही भी की गई।
बैठक में श्रम अधिकारी पिंकी आर्य, पुलिस विभाग से निरीक्षक चाइल्डहेल्पलाइन से केन्द्र समन्वयक दीपिका पंवार ,सम्पर्क सोसाइटी से कार्डिनेटर मानसी मिश्रा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी/कार्मिक एवं संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।