हरिद्वार समाचार– जिलाधिकारी श्री सी0 रविशंकर ने शनिवार को कैम्प कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक ली।
बैठक में सर्वप्रथम पन्तदीप पार्किंग में अवैध दुकानें लगाने का मामला सामने आया, जिसकी वजह से उन दुकानों से निकलने वाली गन्दगी बहकर गंगाजी में चली जाती है। ऐसे अवैध दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात सामने आयी। इस पर मुख्यनगर आयुक्त ने कहा कि ऐसे अवैध दुकानों पर कार्रवाई की जायेगी।
जिलाधिकारी ने अतिक्रमण के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अतिक्रमण होने से पूर्व सक्रिय रहें ताकि बाद में अतिक्रमण होने की समस्या ही पैदा न हो। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण का कोई न कोई स्थायी हल जरूर निकालना पड़ेगा। उन्होंने सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि अतिक्रमण होने की स्थिति में अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जायेगी।
बैठक में प्रमुख नालों में सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगाने के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई, जिस पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि इसका प्रस्ताव भेजा गया है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जैसे ही प्रस्ताव प्राप्त होता है, बजट की स्वीकृति कर दी जायेगी। सुभाषनगर काॅलोनी के नाले के सम्बन्ध में भी बैठक में चर्चा हुई, जिस पर जिलाधिकारी ने नाले का ढाल ठीक करने के लिये नगर निगम को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
पन्तदीप में कुछ समय पूर्व पेड़ों को अवैध ढंग से काटा गया था, ऐसे लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी, के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इसके सम्बन्ध में कौन जिम्मेदार है, जिम्मेदारी तय करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये। पाॅलीथिन पर रोक लगाने का मामला सामने आने पर जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि पाॅलीथिन के खिलाफ एक अभियान चलाकर कार्रवाई की जाये। मोतीचूर से लोकनाथ तक के नाले के सम्बन्ध में बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इसका कार्य जल्दी ही प्रारम्भ होगा।
बैठक में जो लोग बाहर से आते हैं, वे अपनी पूजन सामग्री को गंगाजी में बने पुलों से गंगाजी में विसर्जित करते है, इसके लिये इन पुलों में जाली लगाने, गंगाजी के प्रमुख स्थानों पर सी0सी0टी0वी0 लगाने ताकि ऐसे लोगों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके, जगह-जगह सूचनाओं के बोर्ड लगाने, गंगा के किनारे जो झुग्गी-झोपड़ियों बसी हुई हैं, उनका सीवर गंगा नदी में जाने, भू समाधि के लिये जमीन चिह्नित करने, पन्तदीप, चमकादड़ टापू आदि से अतिक्रमण हटाने तथा उन्हें नोटिस देने, हरिपुरकला में सीवर लाइन का ढाल ठीक न होने से गन्दा पानी गंगा में मिलने, गंगा नदी में विसर्जित की हुई खण्डित मूर्तियों की समस्या, गंगा नदी में नाव चलाने की सम्भावनाओं आदि के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने गंगाजी से जुड़ी हुई विभिन्न समस्याओं के निदान के लिये सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिये, जो अतिक्रमण समेत विभिन्न मामलों का अध्ययन करके समस्याओं के निदान के सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में श्री नीरज कुमार, डीएफओ, श्री जय भारत सिंह, मुख्य नगर आयुक्त, श्री राजेन्द्र सिंह कठैत, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, श्री डी0के0 सिंह, सिंचाई विभाग, श्री मनोज निषाद, श्री रामेश्वर गौड़, श्री सचिन कुमार, श्री अमित शर्मा, विपुल मौर्या, स्वयं सेवी संस्थाओं-बीइंग भागीरथी के श्री शिखर पालिवाल आदि ने प्रतिभाग किया।