हरिद्वार-आज 27.10. 2022 को पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद हरिद्वार एवं पुलिस उपाधीक्षक / नोडल अधिकारी a h t u सुश्री निहारिका सेमवाल के दिशा निर्देशन में एवं प्रभारी निरीक्षक एएचटीयू हरिद्वार के निकट पर्यवेक्षण में जनपद क्षेत्र में गुमशुदा बालक बालिकाओं की तलाश हेतु निर्देशित किया गया था जिस के क्रम में विगत 4 माह से कलियर क्षेत्र अंतर्गत से गुमशुदा बालक उवेश उर्फ सोहेब पुत्र सलीम उम्र 13 वर्ष निवासी मुकर्रबपुर कलियर जनपद हरिद्वार (नाम व पता काल्पनिक) Ahtu टीम को उस समय सफलता हाथ लगी जब दिल्ली “प्रयास चिल्ड्रन होम” संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि आपके क्षेत्र का एक मंदबुद्धि बालक यहां “प्रयास चिल्ड्रंस होम” में दाखिल है व वह सिर्फ अपना नाम ओवैस व कलियर बता रहा है इस सुष्म सूचना पर Ahtu टीम द्वारा कलियर क्षेत्र अंतर्गत उक्त बालक के परिजनों की तलाश की गई तलाश करीब एक महीना चली अथक परिश्रम के तदोपरांत Ahtu टीम को बालक के परिजनों का पता ठिकाना मिल पाया बालक की फोटो दिखा कर परिजनों से तस्दीक किया गया एवं पिता की फोटो दिल्ली प्रयास संस्था में भेजकर इस बात की तस्दीक हो गई कि यह वही बालक है जो विगत 4 माह पूर्व कलियर से गायब हो गया था पूर्णता तस्दीक करने के बाद आज दिनांक मैं उक्त बालक को दिल्ली प्रयास संस्था द्वारा हरिद्वार लाया गया व आज परिजनों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर बालक की सुपुर्दगी उसके पिता सलीम को दी गई बालक को पाकर परिजनों का रो – रो कर बुरा हाल था परिजन काफी तलाश करने के बाद ना उम्मीद होकर बैठ चुके थे एवं अपनी उम्मीद खो चुके थे बालक के पिता सलीम द्वारा बताया गया कि बालक को ऊपरी हवा लग जाने के कारण हाजिरी के लिए दरगाह में छोड़ा गया था बालक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वह कहीं गायब हो गया तब से लगातार हम उसको ढूंढ रहे हैं परंतु कोई सफलता नहीं मिली क्योंकि बालक मंदबुद्धि है इसलिए वह रुड़की रेलवे स्टेशन से भीख मांगते मांगते दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच गया था जहां पर बालक जी,आर.पी रेलवे चाइल्ड लाइन को प्राप्त हुआ था।इस बालक को जीआरपी चाइल्डलाइन द्वारा प्रयास चिल्ड्रन होम संस्था में दाखिल कराया गया था । बालक को अपने सामने पाकर परिजन बहुत ही अचंभित थे। एवं परिजनों द्वारा रूंधे गले से उत्तराखंड पुलिस को अपने जिगर के टुकड़े को मिलाने पर उनका हृदय से धन्यवाद दिया गया बालक को परिजनों की सुपुर्दगी में दे कर सकुशल रवाना किया गया।